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*ब्राह्मणों को नैवेद्य का ही भोज कराना चाहिए।
 
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*[[ब्राह्मण]] नारी शांभरायणी (जिससे [[बृहस्पति ऋषि|बृहस्पति]] ने [[इन्द्र]] के पूर्व के विषय में पूछा था) की प्रतिमा का स्थापन करना चाहिए।
 
*[[ब्राह्मण]] नारी शांभरायणी (जिससे [[बृहस्पति ऋषि|बृहस्पति]] ने [[इन्द्र]] के पूर्व के विषय में पूछा था) की प्रतिमा का स्थापन करना चाहिए।
*[[कृष्ण]] ने इस श्रद्धेया नारी की गाथा सुनायी है।<ref> हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 659-665, भविष्योत्तरपुराण से उद्धरण)</ref>
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*[[कृष्ण]] ने इस श्रद्धेया नारी की गाथा सुनायी है।<ref> हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 659-665, भविष्योत्तरपुराण से उद्धरण</ref>
 
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

१२:४९, २७ जुलाई २०११ के समय का अवतरण

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 659-665, भविष्योत्तरपुराण से उद्धरण

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