"पौरुष प्रतिपदा व्रत" के अवतरणों में अंतर
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१०:३४, ११ सितम्बर २०१० का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- यह व्रत चैत्र शुक्ल प्रथमा से आरम्भ होता है।
- तिथिव्रत के अनुसार कर्ता को पवित्र जल में खड़े होकर विष्णु का ध्यान करना चाहिए।
- गन्ध आदि से पूजा एवं पुरुषसूक्त [१] का पाठ; एक वर्ष तक दोनों पक्षों में करना चाहिए [२]।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
सम्बंधित लिंक
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