पुत्री दिवस
पुत्री दिवस
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विवरण | 'पुत्री दिवस' प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। यह दिन दुनिया भर की बेटियों के लिए खास दिन होता है। |
तिथि | विभिन्न देश डॉटर्स डे अलग-अलग दिन मनाते हैं, लेकिन भारत में इसे सितंबर के चौथे रविवार को मनाया जाता है। |
महत्त्व | अपनी बेटियों को किसी से कम न समझें। उनको भी बराबरी का हक दें। |
उद्देश्य | लोगों को बेटियों के प्रति जागरूक करना तथा उनके मन से इस भ्रांति को दूर करना कि बेटियां समाज के लिए बोझ हैं। |
अन्य जानकारी | आज यह धारणा टूट रही है कि बेटियां, बेटों से किसी भी मामले में कमतर हैं। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा लड़कियों के सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम है। |
विषय सूची
क्यों मनाया जाता है
भारत विकास के रास्ते पर तेज़ीसे बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी कई हिस्सों में बेटियों को लेकर गलत धारणा है कि बेटियां परिवार पर एक बोझ की तरह हैं। उनके जन्म से ही परिवार को दहेज से लेकर तमाम चीजों की चिंता होने लगती है। कई बार बेटियों को गर्भ में ही मार दिया जाता है। उन्हें घरेलू हिंसा, दहेज और दुष्कर्म आदि का शिकार होना पड़ता है। बेटियों को बचाने और उनके प्रति समाज में जागरूकता लाने के लिए ही इस दिवस की शुरुआत की गई।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कब है डॉटर्स डे? जानिये- इससे जुड़ी खास बातें (हिंदी) jansatta.com। अभिगमन तिथि: 28 सितंबर, 2020।
- ↑ बेटियां होती है अनमोल (हिंदी) enavabharat.com। अभिगमन तिथि: 28 सितंबर, 2020।
- ↑ डॉटर्स डे 2020 (हिंदी) exclusivesamachar.com। अभिगमन तिथि: 28 सितंबर, 2020।