विश्व अस्थमा दिवस
विश्व अस्थमा दिवस
| |
विवरण | विश्व अस्थमा दिवस मई महीने के पहले मंगलवार को पूरे विश्व में घोषित किया गया है। |
तिथि | 3 मई 2022 |
शुरुआत | 1998 |
उद्देश्य | विश्वभर के लोगों को अस्थमा बीमारी के बारे में जागरूक करना। |
संबंधित लेख | विश्व स्वास्थ्य दिवस, विश्व मलेरिया दिवस, विश्व हीमोफ़ीलिया दिवस, विश्व पोलियो दिवस, विश्व मधुमेह दिवस |
अन्य जानकारी | एक अनुमान के मुताबिक़ भारत में अस्थमा के रोगियों की संख्या लगभग 15 से 20 करोड़ है जिसमें लगभग 12 प्रतिशत भारतीय शिशु अस्थमा से पीड़ित हैं।[1] |
बाहरी कड़ियाँ | आधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 11:33, 5 फ़रवरी 2022 (IST)
|
उद्देश्य
विश्व अस्थमा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है विश्वभर के लोगों को अस्थमा बीमारी के बारे में जागरूक करना। एक अनुमान के मुताबिक़ भारत में अस्थमा के रोगियों की संख्या लगभग 15 से 20 करोड़ है जिसमें लगभग 12 प्रतिशत भारतीय शिशु अस्थमा से पीड़ित हैं।[1] वर्ष 2013 में 7 मई को विश्व अस्थमा दिवस मनाया गया। वर्ष 2013 हेतु विश्व दमा दिवस का विषय था- दमा को नियंत्रित रखना संभव है। विश्व अस्थमा दिवस का आयोजन प्रत्येक वर्ष ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर अस्थमा (जीआईएनए) द्वारा किया जाता है। वर्ष 1998 में पहली बार बार्सिलोना, स्पेन सहित 35 देशों में विश्व अस्थमा दिवस मनाया गया।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 विश्व अस्थमा दिवस: दम रहने तक साथ निभाता है (हिन्दी) जागरण जंक्शन। अभिगमन तिथि: 24 मार्च, 2015।
- ↑ 2.0 2.1 विश्व अस्थमा दिवस (हिन्दी) वेबदुनिया। अभिगमन तिथि: 24 मार्च, 2015।