कंभाल  

कंभाल - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कं+भाल)[१]

मुंडमाल।

उदाहरण-

किलकार काली किलकिलै, कंभाल धारक बिलकुलै। - रघुनाथ रूपक गीताँरो[२]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 729 |
  2. रघुनाथ रूपक गीताँरो, पृष्ठ 223, सम्पादक महताबचंद्र खारेड़, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कंभाल&oldid=669376" से लिया गया