गला फटना  

गला फटना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- गले में ऐसा विकार होना जिससे मधुर स्वर न निकल पाए।

प्रयोग- कल रात से मेरा गला फट रहा है।



टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=गला_फटना&oldid=625341" से लिया गया