कलई बदलना  

कलई बदलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- ऊपरी आवरण बदलना।

प्रयोग- आदमी के रंग-ढंग की कलई बदलती है, उसके सुख-दुख की भित्ति नहीं बदलती। (राजा राधिका रमण प्रसाद सिंह)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कलई_बदलना&oldid=624154" से लिया गया