मुहम्मद अली जिन्ना
मुहम्मद अली जिन्ना
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पूरा नाम | मुहम्मद अली जिन्ना |
जन्म | 25 दिसंबर, 1876 |
जन्म भूमि | कराची, ब्रिटिश भारत |
मृत्यु | 11 सितंबर 1948 |
मृत्यु स्थान | कराची, पाकिस्तान |
धर्म | इस्लाम |
शिक्षा | वकालत |
संबंधित लेख | जिन्ना के चौदह सूत्र |
पद | पाकिस्तान के पहले गवर्नर-जनरल |
कार्यकाल | 14 अगस्त 1947 – 11 सितम्बर 1948 |
अन्य जानकारी | मुहम्मद अली जिन्ना ने मुस्लिम लीग का गठन किया और 'क़ायदे आज़म' (महान नेता) के रूप में विख्यात हुए। |
मुहम्मद अली जिन्ना (अंग्रेज़ी: Muhammad Ali Jinnah, जन्म- 25 दिसंबर, 1876; मृत्यु- 11 सितंबर 1948) ब्रिटिश भारत के प्रमुख नेता और मुस्लिम लीग के अध्यक्ष भी थे। जिन्ना कराची के एक संपन्न व्यापारी के घर जन्मे थे और सबसे बड़े बेटे थे। मुहम्मद अली जिन्ना ने बाद में अपना नाम संक्षिप्त करके 'जिन्ना' रख लिया था। जिन्ना के पिता ने जिन्ना को लंदन में एक व्यापारी कंपनी में प्रशिक्षु के रूप में भर्ती करा दिया था। लंदन पहुँचने के थोड़े समय बाद ही मुहम्मद अली जिन्ना व्यापार छोड़कर क़ानून की पढ़ाई में लग गए थे।
राजनीति में प्रवेश
मुहम्मद अली जिन्ना अपनी क़ानून की पढ़ाई पूरी करके युवा बैरिस्टर के रूप में बम्बई (वर्तमान मुम्बई) में अपना भाग्य आजमाने की सोचने लगे। बाद के दिनों में बम्बई में उनकी बैरिस्टर अच्छी चलने लगी। बाद में वक़ील के रूप में जमने के बाद जिन्ना ने राजनीति में सक्रिय रुचि लेनी आरंभ कर दी। उन्होंने दादाभाई नौरोजी तथा गोपालकृष्ण गोखले जैसे कांग्रेस के नरमदलीय नेताओं के अनुयायी के रूप में भारतीय राजनीति में प्रवेश किया। यह एक विडंबना थी कि वह 1906 में हिन्दुओं का ही प्रभुत्व रखने वाली भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य बने। वे हिन्दू-मुस्लिम एकता के उत्साही समर्थक भी थे।