मटकी नृत्य  

मटकी नृत्य मालवा, मध्य प्रदेश का परम्परागत नृत्य है। विभिन्न अवसरों पर मालवा के गाँव की महिलाएँ मटकी नृत्य करती हैं। ढोल या ढोलक की एक ख़ास लय, जो मटकी के नाम से जानी जाती है, उसकी थाप पर महिलाएँ नृत्य करती हैं।

  • मटकी नृत्य के प्रारम्भ में पहले एक ही महिला नाचती है, जिसे 'झेला' कहा जाता है।
  • महिलाएँ अपनी परम्परागत मालवी वेशभूषा में चेहरे पर घूंघट डाले हुए नृत्य करती हैं।
  • पहले नाचने वाली महिला गीत की कड़ी उठाती है, फिर आस-पास की महिलाएँ भी समूह में इस कड़ी को दोहराती हैं।
  • नृत्य में हाथ और पैरों सुन्दर संचालन दर्शनीय होता है।
  • ढोल और मटकी इस नृत्य की मुख्य ताल है। ढोल किमची और डण्डे से बजाया जाता है।[१]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. मध्य प्रदेश के लोक नृत्य (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 17 अक्टूबर, 2012।

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