महाभारत युद्ध दूसरा दिन  

महाभारत युद्ध के दूसरे दिन भीष्म के नेतृत्व में कौरव सेना ने पांडवों पर जोरदार आक्रमण किया, जिससे पांडव सेना तितर-बितर हो गई।

  • पितामह भीष्म को देखकर अर्जुन के कहने पर श्रीकृष्ण उनके रथ को भीष्म के सामने ले गए। अर्जुन और भीष्म का भयंकर युद्ध छिड़ गया।[१]
  • भीष्म साक्षात् यमराज की तरह पांडव सेना को काट रहे थे। भीष्म द्वारा अर्जुन और श्रीकृष्ण को कई बार घायल किया गया। भीष्म अर्जुन से लड़ना छोड़ भीम की ओर भागे।
  • इस दिन भीम का कलिंगों और निषादों से युद्ध हुआ तथा भीम द्वारा सहस्रों कलिंग और निषाद मार गिराए गए।
  • सात्यकि के एक बाण से भीष्म का सारथी घायल होकर गिर पड़ा। उसके गिरते ही रथ के घोड़े भाग खड़े हुए, जिससे पांडव सेना में उत्साह का संचार हुआ।
  • दूसरे दिन के युद्ध में धृष्टद्युम्न का सामना गुरु द्रोणाचार्य से हुआ। द्रोणाचार्य ने धृष्टद्युम्न को कई बार हराया और उसके कई धनुष काट दिए
  • संध्या हो गई थी, दोनों ओर के सेनापतियों ने युद्ध बंद होने का शंख बजाया। दूसरे दिन कौरवों को नुकसान उठाना पड़ा और पांडव पक्ष मजबूत रहा।


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