वाटधान
वाटधान नामक एक ऐतिहासिक स्थान का उल्लेख महाभारत, सभापर्व[१] में हुआ है, जो सम्भवत: मध्यमिका और पुष्कर (ज़िला अजमेर, राजस्थान) के निकट स्थित था।[२]
'तथा माध्यमिकांश्चैव वाटधानान् द्विजानथ पुनश्च परिवृत्याथ पुष्करारण्यवासिनः।'
- प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. वासुदेव शरण अग्रवाल के मत में यह भटिंडा का इलाका है।[३]
|
|
|
|
|