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झड़ियों का दुहराया नर्तन!
 
लाए कौन संदेश नए घन!
 
लाए कौन संदेश नए घन!
  

०६:३३, २३ अगस्त २०११ का अवतरण

लाए कौन संदेश नए घन -महादेवी वर्मा
कवि महादेवी वर्मा
जन्म 26 मार्च, 1907
जन्म स्थान फ़र्रुख़ाबाद, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 22 सितम्बर, 1987
मृत्यु स्थान प्रयाग, उत्तर प्रदेश
मुख्य रचनाएँ 'मेरा परिवार', 'स्मृति की रेखाएँ', 'पथ के साथी', 'शृंखला की कड़ियाँ', 'अतीत के चलचित्र', नीरजा, नीहार
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
महादेवी वर्मा की रचनाएँ

लाए कौन संदेश नए घन!
अम्बर गर्वित,
हो आया नत,
चिर निस्पंद हृदय में उसके
उमड़े री पुलकों के सावन!
लाए कौन संदेश नए घन!

चौंकी निद्रित,
रजनी अलसित,
श्यामल पुलकित कंपित कर में
दमक उठे विद्युत के कंकण!
लाए कौन संदेश नए घन!

दिशि का चंचल,
परिमल-अंचल,
छिन्न हार से बिखर पड़े सखि!
जुगनू के लघु हीरक के कण!
लाए कौन संदेश नए घन!

जड़ जग स्पंदित,
निश्चल ‍कम्‍पि‍‍त,
फूट पड़े अवनी के संचित
सपने मृदुतम अंकुर बन बन!
लाए कौन संदेश नए घन!

रोया चातक,
सकुचाया पिक,
मत्त मयूरों ने सूने में
झड़ियों का दुहराया नर्तन!
लाए कौन संदेश नए घन!

सुख दुख से भर,
आया लघु उर,
मोती से उजले जलकण से
छाए मेरे विस्मि‍त लोचन!
लाए कौन संदेश नए घन!

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