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मुम्बई की संरचना  

मुम्बई विषय सूची


मुम्बई की संरचना
विवरण मुम्बई महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है। मुम्बई को भारत का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
राज्य महाराष्ट्र
ज़िला मुम्बई
स्थापना तीसरी शताब्दी ई. पू में सम्राट अशोक द्वारा स्थापित
भौगोलिक स्थिति उत्तर- 18°58′30″, पूर्व- 72°49′33″
मार्ग स्थिति मुम्बई शहर सड़क द्वारा पुणे से 150 किमी, नासिक से 172 किमी, नागपुर से 847 किमी और दिल्ली से 1,398 किमी की दूरी पर स्थित है।
प्रसिद्धि गेटवे ऑफ इंडिया, होटल ताज, एलिफेंटा की गुफाएँ, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, जुहू चौपाटी आदि।
कब जाएँ अक्टूबर से मार्च
कैसे पहुँचें जलयान, हवाई जहाज़, रेल, बस आदि से पहुँचा जा सकता है।
छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, नवी मुंबई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, जुहू हवाई अड्डा
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, लोकमान्य तिलक टर्मिनस रेलवे स्टेशन, मुंबई सेंट्रल, मुंबई उपनगरीय रेलवे, दादर स्टेशन, विक्टोरिया रेलवे स्टेशन
राज्य परिवहन टर्मिनल
साइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी, सिटी बस और मेट्रो रेल
क्या देखें मुम्बई पर्यटन
कहाँ ठहरें होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह
क्या खायें वड़ा पाव, श्रीखंड, भेलपूरी, पूरन पोली, पोहा, साबूदाना वड़ा, फिरनी, मालपुआ, कटिंग चाय आदि
एस.टी.डी. कोड 022
ए.टी.एम लगभग सभी
गूगल मानचित्र
भाषा मराठी, हिन्दी, अंग्रेज़ी और गुजराती
अद्यतन‎

मुम्बई भारत के महानगरों में से एक है। इसकी संरचना के अंतर्गत पुराने हिस्से ज़्यादा निर्मित हैं, लेकिन अधिक समृद्ध क्षेत्रों, जैसे मालाबार हिल में कुछ हरियाली है। यहाँ कई खुले मैदान व पार्क हैं। मुम्बई में लगातार शहरीकरण के इतिहास के कारण शहर के कई हिस्सों में झुग्गी बस्तियाँ बन गईं हैं। इस शहर में अनेक कारख़ानों, बढ़ते यातायात और निकट स्थित तेलशोधनशालाओं के कारण वायु एवं जल प्रदूषण ख़तरे के स्तर तक बढ़ गया है। शहर के दक्षिणी हिस्से में वित्तीय ज़िला (पुराने फ़ोर्ट बंबई के आसपास) स्थित है।

  • सुदूर दक्षिण (कोलाबा के आसपास) और पश्चिम में नेताजी सुभाष चंद्र रोड (मॅरीन ड्राइव) तथा मालाबार हिल आवासी क्षेत्र हैं।
  • फ़ोर्ट क्षेत्र के उत्तर में प्रमुख व्यापारिक ज़िला है, जो धीरे-धीरे वाणिज्यिक आवासीय क्षेत्र में शामिल हो रहा है।
  • अधिकांश पुराने कारख़ाने इसी क्षेत्र में स्थित हैं।
  • सुदूर उत्तर में आवासीय क्षेत्र हैं और उनके बाद हाल ही में विकसित औद्योगिक क्षेत्र और झुग्गी बस्तियों के इलाक़े हैं।
  • यहाँ आवास मुख्यतः निजी स्वामित्व वाले हैं, हालाँकि सार्वजनिक वित्त निगमों के ज़रिये सरकार द्वारा निर्मित कुछ सार्वजनिक आवास भी हैं।
  • मुम्बई अत्यधिक भीड़-भाड़ वाला नगर है और अत्यधिक समृद्ध लोगों के अलावा बाक़ी लोगों के आवास के लिए कमी रहती है, इसी कारण वाणिज्यिक और औद्योगिक उद्यमों को मध्य स्तरीय व्यावसायिक, तकनीकी या प्रबंधकीय कर्मचारियों को आकर्षित करने में लगातार परेशानी हो रही है।
  • आंतरिक क्षेत्र से अकुशल श्रमिकों का लगातार प्रवास हो रहा है और इस नगर में बेघर व निर्धन लोगों की संख्या बढ़ रही है।
  • नगर के योजनाकार इसे रोकना चाहते हैं और उन्होंने उद्यमों को बंदरगाह के दूसरी ओर इससे लगे नगर नवी मुंबई में स्थापित करने का प्रयास किया है।
  • इसके लिए नगर में औद्योगिक इकाइयों के विकास और पुरानी इकाइयों के विस्तार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
  • लेकिन उद्यमियों द्वारा अपने उद्योग को देश के किसी अन्य हिस्से में ले जाने की धमकी के कारण इस प्रतिबंध का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हो रहा है।
  • मुम्बई का वास्तुशिल्प अलंकृत गॉथिक शैली का है, जो 18वीं और 19वीं शताब्दियों की विशेषता थी।
  • यहाँ समकालीन अन्य रुपांकन (डिज़ाइन) भी है।
  • पुराने प्रशासनिक और वाणिज्यिक भवनों के साथ गगनचुंबी व कॉन्क्रीट से बनी बहुमंज़िला इमारतें हैं।


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