तेजा सिंह  

  • तेजा सिंह प्रथम सिक्ख युद्ध (1845-46 ई.) छिड़ने के समय सिक्ख सेना का प्रधान सेनापति था।
  • वह युद्ध में विजय पाने की अपेक्षा अंग्रेज़ों की सदभावना प्राप्त करने के लिए अधिक प्रयत्नशील रहा।
  • उसके विश्वासघात के कारण ही सिक्खों को युद्ध में पराजय का मुँह देखना पड़ा।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 192।

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