बालक सिंह  

बालक सिंह (1799-1862) सिक्खों के प्रमुख सम्प्रदायों में से एक 'नामधारी सम्प्रदाय' के संस्थापक थे।

  • अपने मधुर व्यवहार और धार्मिक विचारों से बालक सिंह ने बहुत-से लोगों को अपना शिष्य बना लिया था।
  • बालक सिंह के असंख्य शिष्य थे, लेकिन उनमें राम सिंह सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण थे।
  • राम सिंह ही अपने गुरु बालक सिंह के निधन के बाद संप्रदाय के प्रमुख थे, जिन्होंने समाज सुधार के साथ-साथ देश की आज़ादी के लिए भी संघर्ष जारी रखा।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=बालक_सिंह&oldid=470135" से लिया गया