हेमगिरि रामायण के अनुसार उस पर्वत का नाम था, जो सिंधुनद और समुद्र के संगम पर स्थित था। इस पर्वत के सौ शिखर थे।
- स्वर्णनिर्मित पर्वत अथवा हेमकूट। यह हिमालय का पर्याय भी हो सकता है-
'किंतेन हेमगिरिणा रजताद्रिणा वा'[१][२]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सुभाषित.
- ↑
ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 1028 |
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