अर्चिस्‌  

अर्चिस् (नपुं.) (-र्चिः) [अर्च+इसि]

1. प्रकाशकिरण, लौ,-प्रदक्षिणार्चिर्हविराददे-रघु. 3/14
2. प्रकाश, चमक, प्रशमादर्चिषाम्-कु. 2/20, रत्न. 4/16, (स्त्रीलिंग भी), (पुल्लिंग)
1. प्रकाशकिरण
2. अग्नि[१]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 103 |

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