बिन कौड़ी का गुलाम  

बिदकने लगना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- उपेक्षा पूर्वक पीछे हटना।

प्रयोग- पैसा पल्ले हो तो सब पास-पास आते हैं, पैसा पल्ले न हो तो सब बिदकने लगते हैं। (श्रवण कुमार)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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