"द्वापर युग" के अवतरणों में अंतर
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०६:२३, २३ सितम्बर २०१० का अवतरण
- यह चार युगों में तीसरा युग है। इसका आरंभ भाद्रपद कृष्ण त्रयोदशी से होता है।
- इसकी अवधि पुराणों में आठ लाख चौसठ हज़ार वर्ष मानी गई है।
- यह युद्ध प्रधान युग है और इसके लगते ही धर्म का क्षय आरंभ हो जाता है।
- भगवान कृष्ण ने इसी युग में अवतार लिया था।
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