"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-म" के अवतरणों में अंतर  

[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
छो (Text replace - "खराब" to "ख़राब")
पंक्ति १: पंक्ति १:
 
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}
 
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}
  
{| class="bharattable"
+
{| class="bharattable-pink"
 
|-
 
|-
!कहावत लोकोक्ति मुहावरे
+
! style="width:30%"|कहावत लोकोक्ति मुहावरे
!अर्थ
+
! style="width:30%"|अर्थ
 
|-
 
|-
| style="width:30%"|
+
|  
 
1- मूंछ उखाड़े मुर्दा हल्को न होवे।
 
1- मूंछ उखाड़े मुर्दा हल्को न होवे।
| style="width:70%"|
+
|  
 
अर्थ - छोटे-छोटे काम कर लेने से किसी बड़े काम में सफलता प्राप्त नहीं होती। बड़ा काम करने में छोटी-छोटी कोशिशें करने कोई मदद नहीं मिलती है, छोटे काम व्यर्थ ही कहे जाते हैं।
 
अर्थ - छोटे-छोटे काम कर लेने से किसी बड़े काम में सफलता प्राप्त नहीं होती। बड़ा काम करने में छोटी-छोटी कोशिशें करने कोई मदद नहीं मिलती है, छोटे काम व्यर्थ ही कहे जाते हैं।
 
|-
 
|-
पंक्ति १०३: पंक्ति १०३:
 
|
 
|
 
अर्थ - खतरे में पड़ना।
 
अर्थ - खतरे में पड़ना।
|-
 
 
|}
 
|}
 
 
  
 
[[Category:कहावत_लोकोक्ति_मुहावरे]]
 
[[Category:कहावत_लोकोक्ति_मुहावरे]]
 +
[[Category:साहित्य कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

१४:४६, ८ अगस्त २०११ का अवतरण

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र
कहावत लोकोक्ति मुहावरे अर्थ

1- मूंछ उखाड़े मुर्दा हल्को न होवे।

अर्थ - छोटे-छोटे काम कर लेने से किसी बड़े काम में सफलता प्राप्त नहीं होती। बड़ा काम करने में छोटी-छोटी कोशिशें करने कोई मदद नहीं मिलती है, छोटे काम व्यर्थ ही कहे जाते हैं।

2- मुर्गी अपनी जान से गई,

खाने वाले को स्वाद न आया।

अर्थ - इतना भारी काम किया फिर भी सराहना नहीं हुई।

3- मान न मान मैं तेरा मेहमान।

अर्थ - किसी व्यक्ति का ज़बरदस्ती का मेहमान होना।

4- मक्खियाँ मारना।

अर्थ - ख़ाली बैठना, कुछ काम ना करना।

5- मक्खी नाक पर न बैठने देना।

अर्थ - इज़्ज़त ख़राब न होने देना।

6- मज़ा किरकिरा होना।

अर्थ - आनन्द में विघ्न होना।

7- मन के लड्डू (मनमोदक) खाना।

अर्थ - कल्पना करके प्रसन्न होना।

8- मन मैला करना।

अर्थ - खिन्न होना।

9- माथा ठनकना।

अर्थ - संशय होना।

10- मिट्टी का माधो।

अर्थ - नासमझ आदमी, बुद्धू।

11- मीठी छुरी चलाना।

अर्थ - विश्वासघात करना।

12- मुँह उतरना।

अर्थ - उदास हो जाना।

13- मुँह की खाना।

अर्थ - बुरी तरह हारना।

14- मुँह धो रखना / आना।

अर्थ - आशा न रखना।

15- मुँह पकड़ना।

अर्थ - बोलने न देना।

16- मुँह पर बसंत फूलना या खिलना।

अर्थ - भयभीत होना।

17- मुँह बनाना।

अर्थ - खीझ प्रकट करना।

18- मुँह में पानी भर आना / लार टपकाना।

अर्थ - खाने को जी करना।

19- मुट्ठी गरम करना।

अर्थ - घूस देना।

20- मैदान मारना।

अर्थ - लड़ाई जीतना।

21- मुट्ठी में करना।

अर्थ - वश में करना।

22- मोटा आदमी / असामी।

अर्थ - धनी व्यक्ति।

23- मोहर लगा देना।

अर्थ - पुष्टि करना।

24- म्याऊँ का ठौर पकड़ना।

अर्थ - खतरे में पड़ना।

"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कहावत_लोकोक्ति_मुहावरे-म&oldid=200119" से लिया गया