मावली  

मावली पश्चिमी घाटों में रहने वाली एक पहाड़ी जाति थी, जो कि बहुत ही पिछड़ी हुई थी। इस जाति के युवाओं के साथ रहकर ही छत्रपति शिवाजी ने अपनी मातृभूमि से घनिष्ठ सम्बन्ध स्थापित कर लिया था।

  • मावली जाति शिवाजी के समय में पश्चिमी घाटों में रहने वाली प्रमुख जाति थी।
  • मावली युवक अत्यन्त वीर, पश्चिमी तथा अपने नये नेता के स्वामिभक्त थे।
  • ये युवक अपने क्षेत्र के सभी पहाड़ी मार्गों तथा भूमि के एक-एक चप्पे से भली-भाँति परिचित थे।
  • अपने जीवन की तरुणावस्था में उन्हीं के साथ रहने के कारण शिवाजी ने अपने देश की भूमि का घनिष्ठ परिचय प्राप्त कर लिया था।
  • मावली युवकों के साथ से ही शिवाजी ने अपने क्षेत्र महाराष्ट्र की भूगोलिक स्थिति को बखूबी पहचान लिया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 362 |


संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=मावली&oldid=241112" से लिया गया