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पंजाब में शिक्षा  

सरकार के साथ- साथ में निजी संगठनों ने भी स्कूल और महाविद्यालय स्तर पर बालक- बालिकाओं की शिक्षा के विस्तार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मान्यता प्राप्त निजी प्रबंधन वाले संस्थानों को काफ़ी हद तक सरकार से मदद मिलती है। छह से ग्यारह साल तक के बच्चों के लिए प्राथमिक शिक्षा अनिवार्य है। वस्तुत: प्रत्येक गाँव के निकट प्राथमिक विद्यालय और राज्य में उच्चतर माध्यमिक, उच्च और मध्य विद्यालयों के सधन नेटवर्क के बावजूद पंजाब में 1991 तक सिर्फ़ 58.5 प्रतिशत जनसंख्या (सात साल और उससे अधिक आयू के) साक्षर थी, जबकि भारत का औसत 52.2 प्रतिशत है। साक्षरता दर अनुसूचित जनजाति (41 प्रतिशत), विशेषकर महिलाओं में (31 प्रतिशत ), काफ़ी कम है।

पंजाब में छह विश्वविद्यालय हैं: पटियाला में पंजाबी विश्वविद्यालय, अमृतसर में गुरुनानक देव विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय (केंद्र द्वारा संचालित और चंडीगढ़ केंद्रशासित प्रदेश में स्थित), लुधियाना में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, जालंधर में पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय (राज्य के सभी इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान इससे संबद्ध हैं), और फ़रीदकोट में बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंसेज़ (सभी मेडिकल/ डेंटल और आयुर्वेदिक कॉलेज इससे संबद्ध हैं)। राज्य में 225 से अधिक कॉलेज और व्यावसायिक संस्थान हैं। व्यावसायिक संस्थानों में बेअंत कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजी (गुरदासपुर), बी. बी. एस. कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग (फ़तेहगढ़), बी. जे कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजी (रोपड़), कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग (लुधियाना), बी. आर. ए. रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज (जालंधर), जी. एन. डी. इंजीनियरिंग (लुधियाना), जी.आर. स्कूल ऑफ़ प्लानिंग ऐंड आर्किटेक्चर (अमृतसर), एस. बी. एस. कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजी (फ़िरोज़पुर), एस. एल. इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजी (संगरूर), एस. यू. एस. कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐड टेक्नोलॉजी (मोहाली), थापर इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजी (पटियाला), आदेश इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजी और जी. ज़ेड. एस. कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजी (भटिंडा) शामिल हैं।

प्रबंधन और कंप्यूटर विज्ञान ऐप्लीकेशन में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की शुरुआत करने पर बल दिया जा रहा है। साथ ही प्रसारण के ज़रिये रोज़गारोन्मुख तथा सांस्कृतिक शिक्षा का प्रसार भी महत्त्वपूर्ण है। पंजाब में व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा प्राप्त लोग बड़ी संख्या में होने चाहिए, लेकिन आवश्यकता इस बात की है कि सभी स्तरों पर विशषकर स्कूलों में शैक्षिक प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए।


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