कालमाधव शक्तिपीठ  

कालमाधव शक्तिपीठ
वर्णन मध्य प्रदेश स्थित 'कालमाधव शक्तिपीठ' भारतवर्ष के अज्ञात 108 एवं ज्ञात 51 पीठों में से एक है। इसका हिन्दू धर्म में बड़ा ही महत्त्व है।
स्थान अमरकंटक, मध्य प्रदेश
देवी-देवता सती 'काली' तथा शिव 'असितांग'।
संबंधित लेख शक्तिपीठ, सती
पौराणिक मान्यता मान्यतानुसार यह माना जाता है कि इस स्थान पर देवी सती के वाम नितम्ब" का निपात हुआ था।

कालमाधव शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आये। ये अत्यंत पावन तीर्थस्थान कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवीपुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है।

  • इस शक्तिपीठ के निश्चित स्थान के बारे में संशय व्यक्त किया गया है, फिर मध्य प्रदेश राज्य के अमरकंटक में इसे स्थित माना जाता है।
  • कालमाधव में सती के "वाम नितम्ब" का निपात हुआ था।
  • यहाँ की सति 'काली' तथा शिव 'असितांग' हैं।
  • तंत्र चूड़ामणि' से मात्र नितम्ब निपात का एवं शक्ति तथा भैरव का पता लगता है-

'नितम्ब काल माधवे भैरवश्चसितांगश्च देवी काली सुसिद्धिदा'


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