गुलाब छिड़कना  

गुलाब छिड़कना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- तिलक, विवाह आदि के समय अभ्यागतों पर गुलाब-जल छिड़कना।

प्रयोग- अपने मित्र के विवाह में हमने खूब गुलाब छिड़के थे।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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