ख़ून के हाथ रँगना  

ख़ून के हाथ रँगना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- हत्या करना।

प्रयोग- इसी दलाली के लिए हम एक दूसरे के ख़ून से अपने हाथ रँगते है। (प्रेमचंद)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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