देवनागरी
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साँचा:देव की रचनाएँ
देव मैं सीस बसायो सनेह कै -देव
मुरली सुनत बाम काम -देव
गोरी गरबीली उठी -देव
माथे महावर पाँय को -देव
इन्दिरा के मन्दिर -देव
देव जियै जब पूछौ तौ -देव
माखन सो मन दूध सो जोबन -देव
आई बरसाने ते बुलाय -देव
मँद हास चँद्रिका को -देव
दूलह को देखत हिए -देव
आँगन बैठी सुन्यो पिय -देव
मूरति जो मनमोहन की -देव
कुँजन के कोरे मनु -देव
रूपे के महल धूपे -देव
ग्रीषम प्रचंड घाम -देव
लागत समीर लँक -देव
आवन सुन्यो है मनभावन -देव
लाज के निगड़ गड़दार -देव
दरबार -देव
लाल बिना बिरहाकुल -देव
कुन्दन से अँग -देव
मँद महा मोहक -देव
घाँघरो घनेरो लाँबी -देव
प्यारे तरु नीजन -देव
झहरि झहरि झीनी -देव
प्रेम चरचा है अरचा है -देव
जगमगे जोबन -देव
मँजुल मँजरी पँजरी सी -देव
कोऊ कहौ कुलटा कुलनि -देव
साँवरी सुघर नारी -देव
नासिका ऊपर भौंहन के मधि -देव
भेष भये विष भावै न भूषन -देव
धार मैं धाय धँसी निरधार -देव
प्रेम समुद्र परयो गहिरे -देव
साँवरो रूप -देव
खरी दुपहरी भरी -देव
सीतल महल महा -देव
पीत रंग सारी -देव
सुधाकर से मुख बानि -देव
जबतें कुबर कान्ह रावरी -देव
हँसी की चोट -देव
फटिक सिलानी सौं सुधारयौ -देव
बोयो बस बिरद मैं -देव
जोबन के रंग भरी -देव
सहर सहर सोंधो सीतल -देव
बारिध बिरह बड़ी -देव
श्रीब्रजदूलह -देव
बरुनी बघंबर मैं गूदरी -देव
वा चकई को भयो चित -देव
श्रेणी
:
देव कवि