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+ | {'खम्स' से क्या अभिप्राय है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-27 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[मुस्लिम]] से लिया जाने वाला एक कर | ||
+ | -[[हिन्दू|हिन्दुओं]] से द्वारा दिए जाने वाला भूमि कर | ||
+ | -मुस्लिमों से द्वारा दिए जाने वाला भूमि कर | ||
+ | +युद्ध में लूटे गए धन का 1/5 वां राज्य भाग | ||
+ | {[[औरंगज़ेब]] ने '[[जज़िया]]' पुन: किस वर्ष में लगाया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-28 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -1675 ई. | ||
+ | +1679 ई. | ||
+ | -1681 ई. | ||
+ | -1682 ई. | ||
+ | |||
+ | {[[हीरा]] उत्खनन किससे संबंधित है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-29 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[फ़तेहपुर सीकरी]] | ||
+ | -[[आगरा]] | ||
+ | -[[लाहौर]] | ||
+ | +[[गोलकुण्डा]] | ||
+ | |||
+ | {[[डच|डचों]] ने अपना पहला व्यापारिक केन्द्र कहां स्थापित किया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-31 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +[[सूरत]] | ||
+ | -[[कालीकट]] | ||
+ | -[[कोचीन]] | ||
+ | -[[पांडिचेरी]] | ||
+ | |||
+ | {[[ब्रिटिश साम्राज्य|ब्रिटिशों]] ने अपने व्यापारिक केन्द्र इनमें से किस क्रम में स्थापित किये? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-32 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[सूरत]], [[कलकत्ता]], [[बुम्बई]], [[मद्रास]] | ||
+ | +[[सूरत]], [[मद्रास]], [[कलकत्ता]], [[बम्बई]] | ||
+ | -मद्रास, कलकत्ता, बम्बई, सूरत | ||
+ | -[[कलकत्ता]], [[मद्रास]], [[सूरत]], [[बम्बई]] | ||
+ | |||
+ | {विलियम बैंटिक ने भारतीय समाज में कुछ सुधार कार्य किए उनमें से कौन सा कार्य उन्होंने नहीं किया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-33 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सती उन्मूलन | ||
+ | -नर-बील उन्मूलन | ||
+ | -ठगी उन्मूलन | ||
+ | +[[विधवा विवाह|विधवा पुर्नविवाह]] | ||
+ | |||
+ | {मैकाले की शिक्षा व्यवस्था किसके लिए थी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-34 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +केवल उच्चवर्गीय भारतीयों के लिए | ||
+ | -जन-शिक्षा | ||
+ | -महिला शिक्षा | ||
+ | -इनमें से कोई नहीं | ||
+ | |||
+ | {"सम्रग राष्ट्रभाव" के सिद्धांत को किस राष्ट्रीय नेता ने विकसित किया है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-35 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +[[दादाभाई नौरोजी]] | ||
+ | -बी. सी. पाल | ||
+ | -[[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]] | ||
+ | -[[बी. आर. अम्बेडकर]] | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से किसने "आर्य महिला सभा" की स्थापना की थी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-36 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -राजकुमारी अमृतकौर ने | ||
+ | -[[दुर्गाबाई देशमुख]] ने | ||
+ | +नेलीसेना गुप्ता ने | ||
+ | -पंडित समाबाई ने | ||
+ | |||
+ | {[[1909]] के अधिनियम में क्या पहली बार प्रस्तावित किया गया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-11,प्रश्न-37 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +पृथक मतदान | ||
+ | -द्वैध शासन | ||
+ | -विधायिका सभाएं | ||
+ | -विकेन्द्रीकरण | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {पुर्तगालियों ने [[गोवा]] पर अधिकार कब किया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-28,प्रश्न-40 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -1500 ई. में | ||
+ | -1508 ई. में | ||
+ | +1510 ई. में | ||
+ | -1512 ई. में | ||
+ | |||
+ | {[[मद्रास]] (वर्तमान [[चेन्नई]]) में [[जस्टिस पार्टी]] के आन्दोलन का विलय किसके साथ हुआ? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-29,प्रश्न-48 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सेल्फ रेस्पेक्ट लीग | ||
+ | -द्रविड़ कड़गम | ||
+ | +उपरोक्त दोनों | ||
+ | -दलित वर्ग लीग | ||
+ | |||
+ | {बौद्ध धर्म कि किस शाखा ने मंत्र, हठयोग, यांत्रिक आचारों को प्रधानता दी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-29,प्रश्न-50 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -महायान | ||
+ | +वज्रयान | ||
+ | -हीनयान | ||
+ | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित किलों में से [[ब्रिटिश]] ने किसका सबसे पहले निर्माण किया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-29,प्रश्न-52 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -फ़ोर्ट विलियम | ||
+ | +फ़ोर्ट सेंट जॉर्ज | ||
+ | -फ़ोर्ट सेंट डेविड | ||
+ | -फ़ोर्ट सेंट ऐंजेलो | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से किसने 'सोम प्रकाश' नामक समाचार-पत्र शुरू किया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-29,प्रश्न-54 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[दयानन्द सरस्वती]] | ||
+ | +[[ईश्वर चन्द्र विद्यासगर]]] | ||
+ | -[[राजा राममोहन राय]] | ||
+ | -सुरेन्द्र नाथ बनर्जी | ||
+ | |||
+ | {प्रसिद्ध विजय विट्ठल मन्दिर, जिसके 56 तक्षित स्तम्भ संगीतमय स्वर (Musical notes) निकालते है, कहाँ अवस्थित है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-29,प्रश्न-55 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[बेलूर]] | ||
+ | -[[भद्राचलम]] | ||
+ | +[[हम्पी]] | ||
+ | -[[श्रीरंगम]] | ||
+ | |||
+ | {किसकी पदावधि में महिलाओं तथा बच्चों की कार्यावधि के घण्टों को सीमित करने तथा स्थानीय शासन को आवश्यक नियम बनाने के लिए प्राधिकृत करने के लिए प्रथम फ़ैक्टरी अधिनियम का अभिग्रहण किया गया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-29,प्रश्न-56 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -लॉर्ड लिटन | ||
+ | -लॉर्ड बैंटिक | ||
+ | +लॉर्ड रिपन | ||
+ | -लॉर्ड कैनिंग | ||
+ | |||
+ | {[[भारत]] के स्वदेशी आन्दोलन के दौरान लिखा गया गीत 'आमार सोनार बाँसला' ने [[बांग्लादेश]] को उसके स्वतंत्रता संग्राम में प्रोत्साहित किया और उसे बांग्लादेश ने राष्ट्रीय गान के रूप में अपनाया। यह गीता किसने लिखा था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-29,प्रश्न-57 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -रजनी कांत सेन | ||
+ | -द्विजेन्द्रलाल रॉय | ||
+ | -मुकुन्द दास | ||
+ | +[[रवीन्द्रनाथ टैगोर]] | ||
+ | |||
+ | {जब राजा वोडियार ने [[मैसूर|मैसूर राज्य]] की स्थापना की तब विजयनगर साम्राज्य का शासक कौन था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-30,प्रश्न-59 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सदाशिव | ||
+ | -तिरूमल | ||
+ | +रंगा द्वितीय | ||
+ | -वेंकट द्वितीय | ||
+ | |||
+ | {प्राचीन नगर तक्षशिला निम्नलिखित में से किनके बीच स्थित था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-30,प्रश्न-60 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +सिंधु तथा झेलम | ||
+ | -झेलम तथा चेनाब | ||
+ | -चेनाब तथा रावी | ||
+ | -रावी तथा व्यास | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {हड़प्पाकालीन लोग निम्नलिखित में से किन अस्त्र-शस्त्रों का प्रयोग नहीं करते है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-169 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -बाण और तलवार | ||
+ | -कटार और भाले | ||
+ | -गदाग्र और प्रक्षेपास्त्र | ||
+ | +बधनख जहरीले बाण | ||
+ | |||
+ | {हड़प्पाकालीन लोगों का कौन-सा धार्मिक विश्वास अब प्रचलित नहीं है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-170 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -पशुपति पूजा | ||
+ | -पीपल पूजा | ||
+ | -सूर्य पूजा | ||
+ | +प्रजनन शक्तियों की पूजा | ||
+ | |||
+ | {हड़प्पाकालीन स्थलों में खोजे गए अन्नागारों से निम्नलिखित में से किस तथ्य का आभास नहीं होता था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-171 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +खाद्यान्नों का गुप्त संचय | ||
+ | -कृषि सम्बन्धी कुशलता | ||
+ | -कृषि अधिशेष | ||
+ | -भण्डारण की तकनीकों का ज्ञान | ||
+ | |||
+ | {हड़प्पकालीन लोगों द्वारा स्वच्छता संबंधी कौन-सा उपाय नहीं किया गया था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-172 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -जल-निवास प्रणाली | ||
+ | -कूड़ेदान | ||
+ | -कचरा बहाने वाली नालियाँ | ||
+ | +सार्वजनिक शौचालय | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में किस स्थान से हड़प्पा पूर्व काल की बस्ती नहीं पाई गई है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-173 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +रंगपुर | ||
+ | -कोटदीजि | ||
+ | -[[कालीबंगा]] | ||
+ | -[[हड़प्पा]] | ||
+ | |||
+ | {हड़प्पाकालीन नगरों में किलेबंदी या नगर-प्राचीरों का निर्माण के पीछे दो प्रमुख कारण क्या थे? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-174 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सीमा शुल्क और पथकर की वसूली | ||
+ | +लुटेरों और पशु चोरों से सुरक्षा तथा बाढ़ से बचाव। | ||
+ | -नगर में अनधिकृत लोगों के प्रवेश को रोकना तथा शत्रुओं के आक्रमणों से सुरक्षा। | ||
+ | -सीमांतर्गत नगर का विकास करना और नगरीय नियंत्रण कायम रखना। | ||
+ | |||
+ | {हड़प्पाकालीन सभ्यता की चार सीमा चौकियाँ कौन थीं? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-175 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +उत्तर में मांडा, दक्षिण में दैमाबाद, पूर्व में हुलास और आलमगीरपुर तथा पश्चिम में सुक्तागेंडोर। | ||
+ | -पूर्व में मांडा, दक्षिण में दैमाबाद, उत्तर में हुलास और पश्चिम में सुरकोटदा। | ||
+ | -उत्तर में मांडा, पूर्व में आलमगीरपुर, पश्चिम में शोर्तुहाई और दक्षिण में दैमाबाद। | ||
+ | -उत्तर में आलमगीरपुर, दक्षिण में कायथा, पूर्व में मांडा और पश्चिम में कुंतासी। | ||
+ | |||
+ | {हड़प्पाकालीन सभ्यता लगभग कितने क्षेत्र में फैली हुई थी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-176 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +13 लाख वर्ग कि.मी. | ||
+ | -25 लाख वर्ग कि.मी. | ||
+ | -7.5 लाख वर्ग कि.मी. | ||
+ | -6.5 लाख वर्ग कि.मी. | ||
+ | |||
+ | {हड़प्पा सभ्यता का विस्तार किससे संबद्ध है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-177 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +गेहूँ उत्पादन क्षेत्र | ||
+ | -जमीन की उर्वरता | ||
+ | -सिंचाई सुविधाएँ | ||
+ | -कच्चे माल और खनिज पदार्थों की उपलब्धता | ||
+ | |||
+ | {हड़प्पाकालीन जीवन का एक पक्ष जो समकालीन व्यवस्था का आधार था, किंतु उसके बारे में हम बहुत कम अथवा कुछ भी नहीं जानते, वह है- (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-183,प्रश्न-178 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +ग्रामीण जीवन | ||
+ | -पशुपालन | ||
+ | -परिवहन और संचार | ||
+ | -जनांकिकीय या जनसंख्या का स्वरूप | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से कौन-सी देवी ऋग्वैदिक काल में पूजित थी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-234 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +ऊष्मा | ||
+ | -इन्द्र | ||
+ | -वरुण | ||
+ | -सूर्य | ||
+ | |||
+ | {वरुण को ऋग्वैदिक काल में किस वस्तु का देवता माना जाता था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-235 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -जल | ||
+ | -हवा | ||
+ | -प्रकाश | ||
+ | +प्रकृति संचालक | ||
+ | |||
+ | {किसकी मान्यता कै कि वैदिक युग में 'सभा' सामाजिक एवं राजनैतिक कार्यों के लिए ग्राम की नैठक थी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-236 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -एम. ब्लूमफील्ड | ||
+ | -ए. लुडविक | ||
+ | -ए. वी. कीथ | ||
+ | +ए. एस. अल्तेकर | ||
+ | |||
+ | {वेदों को अपौरुषेय क्यों कहा जाता हैं? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-237 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -क्योंकि वे अत्यधिक प्राचीन हैं। | ||
+ | -विदेशियों द्वारा रचित है। | ||
+ | +देवों द्वारा रचित हैं। | ||
+ | -चारों वर्णों की सम्मिलित रचना है। | ||
+ | |||
+ | {कौन-से वेद में स्तोत्र तथा प्रथाओं दोनों का उल्लेख है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-238 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -ऋग्वेद | ||
+ | -सामवेद | ||
+ | +यजुर्वेद | ||
+ | -अर्थर्ववेद | ||
+ | |||
+ | {वैदिक काल में 'जन' किसे दर्शाता है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-239 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -प्रांत | ||
+ | -गाँव | ||
+ | +कबीला | ||
+ | -लोग | ||
+ | |||
+ | {अस्पृश्यता का स्पष्ट रूप से प्रकटीकरण निम्न में से किस कालखण्ड में हुआ? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-240 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -वैदिक काल | ||
+ | -स्मृतिकाल | ||
+ | +उत्तर गुप्तकाल | ||
+ | -मौर्यकाल | ||
+ | |||
+ | {ऐसा विवाह जिसमें पिता सावधानीपूर्वक वेदज एवं शीलवन वर का चतन करने के बाद उसे अपने घर बुलाया था तथा उसकी पूजा करके वस्त्राभूषण से सुसज्जित कन्या को उसे प्रदान करता था, को कहते थे- (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-241 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -दैव विवाह | ||
+ | -आर्य विवाह | ||
+ | +ब्रह्म विवाह | ||
+ | -प्रजापत्य विवाह | ||
+ | |||
+ | {सूत्र-काल में ब्राह्माणों को निम्नांकित से विवाह करने की अनुमति थी: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-244 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -केवल ब्राह्मण कन्याओं से। | ||
+ | -ब्राह्मण एवं क्षत्रिय कन्याओं से। | ||
+ | -ब्राह्मण, कत्रिय एवं वैश्य कन्याओं से। | ||
+ | +ब्राह्मण, क्षत्रिय वैश्य एवं शूद्र कन्याओं से। | ||
+ | |||
+ | {"मैं कवि हूँ" मेरा पिता भिषग् है और मेरी मात अन्न पीसती है। यह अवतरण कहाँ का है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-187,प्रश्न-245 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +ऋग्वेद | ||
+ | -जयुर्वेद | ||
+ | -धम्मपद | ||
+ | -मृच्चकटिकम | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {ऋग्वेद-कालीन सभ्यता का मुख्य बिन्दु कहाँ था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-282 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -भारतीय गंगा घाटी प्रदेश। | ||
+ | +पंजाब और दिल्ली क्षेत्र। | ||
+ | -सिन्धु घाटी। | ||
+ | -स्वात एवं सिन्धु के बीच का क्षेत्र। | ||
+ | |||
+ | {प्रारंभिक आर्यों का भौगोलिक ज्ञान निम्नलिखित में से किस नदी प्रदेश तक ही सीमित था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-283 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सिन्धु | ||
+ | -गंगा | ||
+ | +यमुना | ||
+ | -घग्गर | ||
+ | |||
+ | {प्रारंभिक आर्य आप्रवासियों के मध्य होने वाले जनजातीय युद्धों जिनमें दसराज्ञ युद्ध सबसे प्रसिद्ध है, का मुख्य कारण क्या था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-284 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -पुरोहितों के षड्यंत्र | ||
+ | -शक्ति प्रदर्शन हेतु | ||
+ | -विदेशी आक्रमणों के रूप | ||
+ | +पशुओं और भूमि संबंधी विवाद | ||
+ | |||
+ | {भारत में आर्यों के मुख्य विरोधी पणि, दास और दस्यु के रूप में ज्ञात देशीय अनार्य लोग थे। इन देशीय जनजारियों के विरुद्ध संघर्ष में आर्य लोग किस कारण विजयी रहे? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-285 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -देशीय जनजातियों के मध्य एकता का अभाव। | ||
+ | -आर्यों की बेहतर संगठनात्मक शक्ति। | ||
+ | +आर्यों के उत्तम सैन्य उपकरण। | ||
+ | -सांस्कृतिक श्रेष्ठता। | ||
+ | |||
+ | {उत्तर वैदिक काल में आर्यों की गतिविधियों का मुख्य केन्द्र कौन था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-286 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -आर्यावर्त्त | ||
+ | +यमुना से लेकर बंगाल की पश्चिमी सीमा तक | ||
+ | -पंजाब और दिल्ली प्रदेश | ||
+ | -उत्तरापथ | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से कौन आर्यों की गतिविधियों का मुख्य केन्द्र कौन था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-287 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -संहिता | ||
+ | -ब्राह्मण | ||
+ | -उपनिषद् | ||
+ | +पुराण | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से कौन-सा वेद आंशिक रूप से गद्य में लिखा गया है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-288 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -अथर्ववेद | ||
+ | -सामदेव | ||
+ | +अयुर्वेद | ||
+ | -ऋग्वेद | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से किसे सही अर्थों में ब्राह्मण कहा जाता था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-289 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -वेदों के मूल पाठ। | ||
+ | +वैदिक धार्मिक प्रार्थनाओं एवं यज्ञ अनुष्ठान पद्धति से संबंधित व्याख्यात्मक गद्य रचनाएँ। | ||
+ | -अरण्यों में निवास करने वाके संन्यासियों एवं ऋषियों के चिंतन, मनन एवं आराधना से संबंधित ग्रंथ। | ||
+ | -दार्शनिक विषयों से संबंधित आरण्यक ग्रंथों के साथ संलग्न टीकाएँ। | ||
+ | |||
+ | {ऋग्वैदिक सूक्तों या रचनाओं को ऐतिहासिक दृष्टि से काफो विश्वसनीय माना जाता है, क्योंकि: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-290 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -वे एतिहासिक घटनाओं का कालक्रमानुसार विवरण देते हैं। | ||
+ | -वह प्राचीनतम वैदिक ग्रंथ हैं। | ||
+ | +उन्हें जिस काल में लिखा गया वे उस समय के जीवन का दर्पण हैं। | ||
+ | -उसमें वर्णित घटनाओं की अवेस्ता गाथाओं से पुष्टि होती है। | ||
+ | |||
+ | {एशिया माइनर मे एक स्थान से 1400 ईसा पूर्व का एक अभिलेख मिला है, जिसमें वैदिक देवताओं का उल्लेख किया गया है। जिस स्थान से उक्त अभिलेख मिला है, वह स्थान है: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-190,प्रश्न-291 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -साइलीशिया | ||
+ | +बोगाजकोई | ||
+ | -हिती | ||
+ | -यूफ्रेटाइट | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {'असतो मा सद्गमय' कहाँ से लिया गया है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-367 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +ऋग्वेद | ||
+ | -सामवेद | ||
+ | -यजुर्वेद | ||
+ | -अथर्ववेद् | ||
+ | |||
+ | {भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य 'सत्यमेव जयते' कहाँ से उद्धात है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-368 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +मुंडकोपनिषद | ||
+ | -कठोरपनिषद | ||
+ | -छान्दोग्योपनिषद | ||
+ | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
+ | |||
+ | {उत्तर-वैदिककालीन ग्रंथों में किस आश्रम का उल्लेख नहीं मिलता है। (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-369 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +संन्यास | ||
+ | -ब्रह्मचर्य | ||
+ | -गृहस्य | ||
+ | -वानप्रस्थ | ||
+ | |||
+ | {'गायत्री मंत्र' किस वेद से लिया गया है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-370 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +ऋग्वेद | ||
+ | -सामवेद | ||
+ | -यजेर्वेद | ||
+ | -अथर्ववेद | ||
+ | |||
+ | {'गौत्र' व्यवस्था प्रचलन में कब आई? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-371 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +ऋग्वैदिक काल में | ||
+ | -उत्तर-वैदिक काल में | ||
+ | -सैंधव काल में | ||
+ | -सूत्रकाल में | ||
+ | |||
+ | {व्यापारिक या वणिक समुदाय जैन धर्म की ओर सर्वाधिक आकर्षित हुआ क्योंकि: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-372 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -वे अपने आर्थिक गतिविधियों का निर्विघ्न रूप से अनुसरण करते हुए धर्मपालन भी कर सकते है। | ||
+ | -वैदिक कर्मकाण्ड एवं यज्ञ व्यापार एवं यज्ञ व्यापार एवं वाणिज्य में बाधक थे। | ||
+ | +जैन धर्म की शांति और अहिंसा, व्यापार और वाणिज्य के विकास में सहायता थी। | ||
+ | -जैन धर्म के कर्म के सिद्धांत का वणिकों और व्यापारियों पर अत्यधिक अनूकूल प्रभाव पड़ा। | ||
+ | |||
+ | {ऋग्वेद में निम्न में से किन दो जैन तीर्थंकरों का उल्लेख मिलता है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-373 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +ऋषभदेव और अरिष्टनेमि | ||
+ | -पार्श्वनाथ और निगंठनाथपुत्र | ||
+ | -अश्वजित और संजय वेट्ठलिपुत्र | ||
+ | -ऋषभदेव और पार्श्वनाथ | ||
+ | |||
+ | {भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम विदेशी कौन था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-376 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +साइरस | ||
+ | -डेरियस प्रथम | ||
+ | -अग्रमीज | ||
+ | -जेरेक्सस | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में किस सम्प्रदाय के अनुयायी अशोक वृक्ष की ईश्वर के रूप में पूजा करते थे तथा अपने हाथों में मोर पंख का गुच्छा रखते थे: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-377 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -शाक्त | ||
+ | -पाशुपत | ||
+ | +आजीविक | ||
+ | -दिगम्बर जैन | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित किस वर्ष में बुद्ध के महापरिनिर्वाण की 2500 वीं जयंती मनाई गई थी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-195,प्रश्न-378 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -1944 | ||
+ | -1952 | ||
+ | +1956 | ||
+ | -1958 | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से किसके प्रमाण पर महावीर की मृत्यु का वर्ष 468 ई.पू. निर्धारित किया गया हैं? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-526 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -तारानाथ | ||
+ | -सिद्धसेन | ||
+ | -हरिभद्र | ||
+ | +हेमचन्द्र | ||
+ | |||
+ | {महावीर को निम्नलिखित में से किस स्थान के निकट अंतर्ज्ञान या संबोधि प्राप्त हुआ था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-527 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -वल्लभी | ||
+ | -वैशाली | ||
+ | +पार्श्वनाथ की पहाड़ियाँ | ||
+ | -पावा | ||
+ | |||
+ | {दक्षिण भारत में जैन धर्म का प्रचार किसने किया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-528 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -गौतम | ||
+ | -इंद्रभूति | ||
+ | -सुधर्मन | ||
+ | +भद्रबाहु | ||
+ | |||
+ | {जैन धर्म ने अपने आध्यात्मिक विचारों को किससे ग्रहण किया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-529 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +बौद्ध धर्म | ||
+ | -आजीवक | ||
+ | -सांख्य दर्शन | ||
+ | -भागवत सम्प्रदाय | ||
+ | |||
+ | {वह जैन तीर्थ थे, जिन्हें भगवान कृष्ण का निकट संबंधी माना जाता है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-530 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -ऋषभ | ||
+ | +नेमिनाथ | ||
+ | -पार्श्वनाथ | ||
+ | -महावीर | ||
+ | |||
+ | {तेईस वें तीर्थसर पार्श्वनाथ द्वारा प्रचलित चार महाव्रतों में महावीर ने निम्नलिखित में से कौन-सा व्रत जोड़ा था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-531 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -अहिंसा | ||
+ | +ब्रह्मचर्य | ||
+ | -सत्य | ||
+ | -अपरिग्रह | ||
+ | |||
+ | {राजगृह में महावीर स्वामी ने सर्वाधिक वास (निवास) किस ऋतु में किया? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-532 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -ग्रीष्म ऋतु | ||
+ | +वर्षा ऋतु | ||
+ | -शीत ऋतु | ||
+ | -वसंत ऋतु | ||
+ | |||
+ | {महावीर स्वामी 'यती' कब कहलाये? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-533 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +घर त्यागने के बाद | ||
+ | -इंद्रियों को जीतने के बाद | ||
+ | -ज्ञान प्राप्त करने के बाद | ||
+ | -इनमें से कोई नहीं | ||
+ | |||
+ | {जैन धर्म के पाँच व्रतों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण व्रत कौन सा है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-534 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -अमृषा (सत्य) | ||
+ | +अहिंसा | ||
+ | -अचौर्य | ||
+ | -अपरिग्रह | ||
+ | |||
+ | {भारत में पूजित पहली मानव प्रतिमा कौन-सी थी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-204,प्रश्न-535 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +भगवान बुद्ध | ||
+ | -इन्द्र भगवान | ||
+ | -महावीर स्वामी | ||
+ | -वासुदेव कृष्ण | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {जैन धर्म के त्रिरत्न में कौन-सा शामिल नहीं है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-424 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सम्यक् ज्ञान | ||
+ | -सम्यक् ध्यान या दर्शन | ||
+ | -सम्यक् आचरण | ||
+ | +सम्यक् समाधि | ||
+ | |||
+ | {महावीर के निर्माण 200 वर्ष बाद मगध में भारी अकाल पड़ा जो बारह वर्षों तक चला। अत: बहुत से जैन किसके नेतृत्व में दक्षिणापथ चले गए? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-425 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -स्थलबाहु | ||
+ | +भद्रबाहु | ||
+ | -चन्द्रगुप्त मौर्य | ||
+ | -खारवेल | ||
+ | |||
+ | {महावीर किस वर्ग में सम्बन्धित थे? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-426 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -ऊँचे कुल (क्षत्रिय) | ||
+ | -निम्न कुल | ||
+ | -ब्राह्मण | ||
+ | +वैश्य कुल | ||
+ | |||
+ | {जैन धर्म के कितने सिद्धांत है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-427 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +5 | ||
+ | -6 | ||
+ | -8 | ||
+ | -10 | ||
+ | |||
+ | {सिद्धार्थ को सम्यक् सम्बोधि प्राप्त हुआ: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-428 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -कुशीनारा | ||
+ | -गया | ||
+ | +बोधगया | ||
+ | -पाटलिपुत्र | ||
+ | |||
+ | {बुद्ध द्वारा अंतिम दीक्षा किस पुरुष को दी गयी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-429 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -चुण्ड को | ||
+ | -आम्रपाली को | ||
+ | +सुबद्ध को | ||
+ | -आनंद्र को | ||
+ | |||
+ | {बुद्ध को राजगृह में आम्रवन बिहार किसने दिया था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-430 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -जेतवन ने | ||
+ | -अनाथपिण्डिक ने | ||
+ | +बिम्बसार ने | ||
+ | -अजातशात्रु ने | ||
+ | |||
+ | {बुद्ध वचन किसके काल में लिपिबद्ध हुआ? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-431 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -अशोक | ||
+ | -कनिष्क | ||
+ | +अजातशुत्र | ||
+ | -हर्ष | ||
+ | |||
+ | {'तत्वार्थ सूत्र ग्रंथ' का संबंध है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-198,प्रश्न-432 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -बौद्ध | ||
+ | +जैन | ||
+ | -हिन्दू | ||
+ | -गांधी विचारधारा | ||
+ | |||
+ | {अनुव्रत का शाब्दिक अर्थ होता है: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-433 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -काया-क्लेश और तप में नमी बरतना। | ||
+ | +प्रतिमाएँ करना। | ||
+ | -मोक्ष की प्राप्ति करना। | ||
+ | -इनमें से कोई नहीं | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {मौर्य काल में विष्टि शब्द किसका द्योतक था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-605 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -प्रांत | ||
+ | -जिला | ||
+ | +बलात श्रम (बंधुआ मजदूरी) | ||
+ | -बाराबर गुहा अभिलेख | ||
+ | |||
+ | {मौर्यों के प्रशासनिक अधिकारियों को किस सामान्य नाम से पुकारा जाता था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-606 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -महापात्र | ||
+ | -राजुक | ||
+ | +अमात्य | ||
+ | -लिपिकार | ||
+ | |||
+ | {मौर्य शासन का वित्तीय वर्ष किस मास में प्रारम्भ होता था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-607 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -फाल्गुन (मार्च) | ||
+ | +आषाढ़ (जुलाई) | ||
+ | -ज्येष्ठ (जून) | ||
+ | -पौष-माद्य (जनवरी-जरवरी) | ||
+ | |||
+ | {केन्द्र सरकारी के किस अधिकारी के पास राजकीय आय या राजस्व नियंत्रण का प्रभार होता था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-608 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +सन्निधाता | ||
+ | -कार्मिक | ||
+ | -समाहर्ता | ||
+ | -महामात्र | ||
+ | |||
+ | {अशोक की धम्म नीति का मूल-मंत्र या सिद्धांत था: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-609 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -आत्मनियंत्रण | ||
+ | -दया | ||
+ | -दान | ||
+ | +संयम | ||
+ | |||
+ | {मौर्य समाज का स्वरूप क्या था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-610 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -एकतंत्र | ||
+ | -पूर्ण राजतंत्र | ||
+ | +उदार या कल्याणकारी निरंकुशवाद | ||
+ | -केन्द्रीयभूत निरंकुशतावादी | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से किस ग्रंथ में नंद वंश के चंद्रगुप्त मौर्य के हाथों विनाश की विस्तृत जानकारी मिलती है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-611 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -अर्थशास्त्र | ||
+ | +मुद्राराक्षस | ||
+ | -कल्पसूत्र | ||
+ | -रत्नमालिका | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से किस उपाधि को अशोक ने अपने अभिलेखों में अपनाया था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-612 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -महाराजा | ||
+ | +राजा | ||
+ | -महाराजाधिराज | ||
+ | -चक्रवर्ती | ||
+ | |||
+ | {पुहार एक महान्: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-613 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +व्यापार एवं वाणिज्य केंद्र था। | ||
+ | -शिक्षा का केन्द्र था। | ||
+ | -कला का केन्द्र था। | ||
+ | -मगध साम्राज्य का एक वाणिज्यीय केंद्र था। | ||
+ | |||
+ | {'भारतवर्ष' नाम किसमें उल्लिखित है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-209,प्रश्न-614 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -इंडस सीलों के अभिलेखों | ||
+ | -अशोक का चौली आदेशपत्र | ||
+ | +खारवेल का हाथीगुम्फा अभिलेख | ||
+ | -समुद्रगुप्त का इलाहाबाद स्तंभ अभिलेख | ||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से किस स्थान पर अशोक ने भूमिकर घटाकर 1/8 वाँ भाग कर दिया था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-682 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -बोधगया | ||
+ | +लुम्बिनी | ||
+ | -पाटलिपुत्र | ||
+ | -सारनाथ | ||
+ | |||
+ | {प्राचीन भारत में तौल की सबसे छोटी इकाई कौन-सी थी? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-683 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -कर्ष | ||
+ | -माष | ||
+ | -पत्न | ||
+ | +रत्तिका | ||
+ | |||
+ | {अपने अभिलेख के किस वर्ष में अशोक ने कलिंग विजय की? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-684 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -चौथे वर्ष | ||
+ | +आठवें वर्ष | ||
+ | -दसवें वर्ष | ||
+ | -बीसवें वर्ष | ||
+ | |||
+ | {चन्द्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में सौराष्ट्र का प्रांतीय शासन कौ था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-685 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -बिन्दुसार | ||
+ | +पुष्यगुप्त | ||
+ | -तुषास्फ | ||
+ | -राधागुप्त | ||
+ | |||
+ | {कौटिके अर्थशास्त्र में निम्नोक्त में से किस अधिकारी को कर वसूल का कार्य सौंपा गया था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-656 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -समाहर्ता | ||
+ | +सन्निधता | ||
+ | -संचयक | ||
+ | -संचारी | ||
+ | |||
+ | {अशोक ने समकालीन शासकों से मैत्रीपूर्ण संबंध बनाये रखा, इसका उल्लेख है: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-687 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -लद्यु शिलालेख-I में। | ||
+ | -स्तम्भलेख-IV में। | ||
+ | -वैराट अभिलेख में। | ||
+ | +त्रयोदश शिखालेख में। | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित अभिलेखों में से किससे ज्ञात होता है कि राज्यकोष्टागारों द्वारा अकाल के समय पीड़ित जनों को अनाज का वितरण किया जाता है? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-688 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -अशोक का लुम्बिनी अभिलेख। | ||
+ | -खारवेल का हाथीगुम्फा अभिलेख। | ||
+ | -रुद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख। | ||
+ | +सोहगौरा का ताम्रपात्र अभिकेख। | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से सबसे लम्बा व्यापारिक मार्ग कौन-सा था? (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-690 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -श्रावस्ती से राजगृह तक | ||
+ | -श्रावस्ती से प्रतिष्ठान तक | ||
+ | -तक्षशिला से पाटलिपुत्र तक | ||
+ | +कौशाम्बी से ताम्रलिप्ति तक | ||
+ | |||
+ | {प्राचीन भारत में सबसे लम्बा व्यापारिक मार्ग था: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-692 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +तक्षशिला से ताम्रलिप्ति | ||
+ | -तक्षशिला से उज्जैन | ||
+ | -मृगकच्छ से ताम्रलिप्ति | ||
+ | -रक्षशिला से मथुरा | ||
+ | |||
+ | {मौर्य काल में 'सीताध्यक्ष' निम्नलिखित में से किससे संबंधित था: (यूजीसी इतिहास ,पृ.सं.-214,प्रश्न-693 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -व्यापार | ||
+ | -खदान | ||
+ | -पशुपादन | ||
+ | +कृषि | ||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} | ||
|} | |} |
१३:०९, २४ नवम्बर २०१६ का अवतरण
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