"सदस्य:प्रीति चौधरी/अभ्यास पन्ना2" के अवतरणों में अंतर  

(पन्ने को खाली किया)
पंक्ति १: पंक्ति १:
[[चित्र:Padmini-Palace-Chittorgarh.jpg|thumb|250px|रानी पद्मिनी का महल, [[चित्तौड़गढ़]]]]
 
'''रानी पद्मिनी का महल''' [[राजस्थान]] के [[चित्तौड़गढ़]] में स्थित है।
 
*चौगान के निकट ही एक [[झील]] के किनारे रावल रत्नसिंह की [[रानी पद्मिनी]] के महल बने हुए हैं।
 
*यह छोटा महल है जो पानी के बीचों-बीच में बना हुआ है, जो जनाना महल कहलाता है और किनारे के महल मरदाने महल कहलाते हैं।
 
*मर दाना महल के एक कमरे मेंविशाल दर्पण इस तरह से लगाया है कि यहाँ से झील के मध्य बने जनाना महल की सीढ़ियों पर खड़े किसी भी व्यक्ति का स्पष्ट प्रतिबिंब दर्पण में नजर आता है।
 
*संभवतः [[अलाउद्दीन ख़िलजी]] ने यहीं खड़े होकर रानी पद्मिनी का प्रतिबिंब देखा था।
 
{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति
 
|आधार=
 
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
 
|माध्यमिक=
 
|पूर्णता=
 
|शोध=
 
}}
 
  
==संबंधित लेख==
 
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}{{भारत के दुर्ग}}
 
__INDEX__
 

०८:०१, १४ नवम्बर २०११ का अवतरण

"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=सदस्य:प्रीति_चौधरी/अभ्यास_पन्ना2&oldid=234148" से लिया गया