देवनागरी
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साँचा:कैलाश शर्मा की रचनाएँ
आओ अब समय नहीं बाक़ी -कैलाश शर्मा
कान्हा! राधा से क्यों रूठे? -कैलाश शर्मा
जब ढाई आखर न जानो -कैलाश शर्मा
अब मन बृज में लागत नाहीं -कैलाश शर्मा
कृष्ण को गुहार -कैलाश शर्मा
मीरा तो बन सकती हूँ -कैलाश शर्मा
मनवा न लागत है तुम बिन -कैलाश शर्मा
ऊधो कहाँ गये मेरे श्याम -कैलाश शर्मा
चुनरी रंग गयी तेरे रंग में -कैलाश शर्मा
अब न चढ़े कोई भी रंग सखी री -कैलाश शर्मा
श्रेणी
:
कैलाश शर्मा