मिस्र की चित्रकला  

मिस्र की चित्रकला विश्व की अनगिनत चित्रकलाओं में अपना अलग ही स्थान रखती है। आज मिस्र की चित्रकला के अधिकांश नमूने नष्ट हो चुके हैं, लेकिन जो शेष हैं, वह धार्मिक और राजनीतिक रूढ़ियों से अप्रभावित लगते हैं।

  • ऐसा लगता है कि मिस्र में चित्रकला का जन्म पिरेमिड युग में हो जाने पर भी विकास काफी बाद में हुआ। इसलिये यह कला धर्म की परिधि से बाहर रह गई।
  • मिस्री चित्रकला के उपलब्ध नमूनों में सर्वोत्तम अख्नाटन के समय के हैं।
  • चित्रकला के अतिरिक्त साम्राज्ययुगीन मिस्री अन्य अनेक ललित कलाओें में भी दक्ष हो चुके थे।
  • तूतेनखामेन की 1922 ई. में उत्खनित समाधि से अब से लगभग 3300 वर्ष पूर्व छोड़े गए बहुमूल्य काष्ठ, चर्म और स्वर्ण निर्मित फर्नीचर उपकरण, आबनूस और हस्तिदंत खचित बाक्स, स्वर्ण और बहुमूल्य पाषाणों से सज्जित रथ, स्वर्णपत्रमंडित सिंहासन, श्वेत पाषाण के सुंदर भांड तथा जरी के सुंदर शाही वस्त्र, उपलब्ध हुए हैं। इनसे साम्राज्ययुगीन मिस्र की कला की प्रगति और वैभव का पता चलता है।


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