पोंनियिन सेलवन  

पोंनियिन सेलवन 2400 पृष्ठ का कल्कि कृष्णमूर्ति द्वारा लिखित 20वीं सदी का एक प्रसिद्ध तमिल ऐतिहासिक उपन्यास है। 5 संस्करणों में लिखा गया यह उपन्यास अरुलमोज्हीवर्मन की कहानी का वर्णन करता है।

  • पोंनियिन सेलवन को व्यापक रूप से अभी तक का तमिल भाषा में लिखित सबसे बड़ा उपन्यास माना जाता है।
  • यह 10वीं सदी के दौरान चोल साम्राज्य के ऐश्वर्य से संबंधित है। यह कल्कि आवधिक तमिल के अनुसार क्रमानुगत था।
  • यह धारावाही प्रकाशन साढें तीन साल के लिए चला और हर सप्ताह बहुत रूचि के साथ इसके प्रकाशन की प्रतीक्षा की जाती थी।
  • पोंनियिन सेलवन उपन्यास सबसे पहले 1950 दशक के दौरान तमिल साप्ताहिकी कल्कि में 3.5 साल तक अध्याय के रूप में प्रकाशित किया गया था। किताब और लेखक की विशाल लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए तमिलनाडु सरकार द्वारा इस उपन्यास को राष्ट्रीयकृत किया गया था और यह हर किसी के लिए प्रकाशन हेतु एक खुले स्रोत के रूप में उपलब्ध है।
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः



"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=पोंनियिन_सेलवन&oldid=647477" से लिया गया