पृथ्वी का भूगर्भिक इतिहास  

वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी की आयु लगभग 4.6 अरब वर्ष है। पृथ्वी के सम्पूर्ण भूगर्भिक इतिहास को निम्नलिखित कल्पों में विभाजित किया जा सकता है-

  1. पूर्व कैम्ब्रियन - इसी काल से पृथ्वी की शुरुआत हुई। यह कल्प लगभग 57 करोड़ वर्ष पूर्व समाप्त हुआ। इस कल्प के दौरान भूपर्पटी, महाद्वीपों व महासागरों इत्यादि का निर्माण हुआ और जीवन की उत्पत्ति भी इसी काल के दौरान हुई।
  2. पुराजीवी काल - 57 करोड़ वर्ष पूर्व से 22.5 करोड़ वर्ष तक विद्यमान इस कल्प में जीवों एवं वनस्पतियों का विकास तीव्र गति से हुआ। इस कल्प को निम्नलिखित शकों में विभाजित किया गया है- कैम्ब्रियन, आर्डोविसियन, सिल्यूरियन, डिवोनियन, कार्बनीफेरस, पर्मियन।
  3. मेसोजोइक कल्प - इस कल्प की अवधि 22.5 करोड़ से 7 करोड़ वर्ष पूर्व तक है। इसमें रेंगने वाले जीव अधिक मात्रा में विद्यमान थे। इसे तीन शकों में विभाजित किया गया है- ट्रियासिक, जुरासिक, क्रिटैशियस।
  4. सेनोजोइक कल्प - इस कल्प का आरंभ आज से 7.0 करोड़ वर्ष पूर्व हुआ था। इस कल्प में ही सर्वप्रथम स्तनपायी जीवों का आविर्भाव हुआ। इस युग को पांच शकों में विभाजित किया गया है- पैलियोसीन, इयोसीन, आलिगोसीन, मायोसीन और प्लायोसीन। इस युग में हिमालय, आल्प्स, रॉकीज, एण्डीज आदि पर्वतमालाओं का विकास हुआ।
  5. नियोजोइक या नूतन कल्प - 10 लाख वर्ष पूर्व से वर्तमान समय तक चलने वाले इस कल्प को पहले चतुर्थक युग में रखकर पुनः प्लीसटोसीन हिमयुग तथा वर्तमान काल जिसे होलोसीन कहा जाता है, में वर्गीकृत किया जाता है।


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