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नृपत्तुंग वर्मन  

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नृपत्तुंग वर्मन (870-879 ई.) नन्दि वर्मन तृतीय का पुत्र था। नन्दि वर्मन तृतीय के बाद नृपत्तुंग वर्मन गद्दी का वास्तविक अधिकारी था।

  • उसका शासन काल शांति का काल था, उसके शासन काल के अंतिम दिनों में सौतेले भाई अपराजित ने विद्रोह कर दिया।
  • विद्रोह में पाण्ड्यों ने नृपत्तुंग का एवं चोलों तथा पश्चिमी गंग ने अपराजित का साथ दिया।
  • दोनों ओर की सेनाओं की बीच श्रीपुरम्बियम के मैदान में घमासान संघर्ष हुआ, इस संघर्ष में नृपतुंग वर्मन पराजित हुआ।

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