तमिलनाडु के उद्योग  

चरखे पर सूत कातती महिला, मदुरै

तमिलनाडु के प्रमुख उद्योग हैं - सूती वस्त्र, भारी वाणिज्यिक वाहन, ऑटो कलपुर्जे, रेल के डिब्‍बे, विद्युतचालित पंप, चमड़ा उद्योग, सीमेंट, चीनी, काग़ज़, ऑटोमोबाइल और माचिस। तमिलनाडु के औद्योगिक परिदृश्‍य में सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी जैसे ज्ञान आधारित उद्योगों को विशेष महत्‍व दिया गया है। सॉफ्टवेयर टेक्‍नोलॉजी पार्क, टाइडैल की स्‍थापना थारामणि, चेन्नई में की गई है। वर्ष 2006-07 में राज्‍य से, 20,700 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ जो 2007-08 में 25,000 करोड़ रुपए हो जाएगा। नोकिया, मोटोरोला, फॉक्‍सकॉम, फ्लैक्‍सट्रॉनिक और डैल जैसी बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार कंपनियां यहाँ उत्‍पादन कर रही हैं।

अंतर्राष्‍ट्रीय ऑटो कंपनी

अंतर्राष्‍ट्रीय ऑटो कंपनी हुंडई मोटर्स, फोर्ड, हिंदुस्‍तान मोटर्स और मित्‍सीबिशी ने तमिलनाडु में उत्‍पादन इकाइयां शुरू की हैं। अशोक लेलैंड और ताफे ने चेन्नई में विस्‍तार संयंत्र लगाए हैं।

खनिज संपदा

ग्रेनाइट, लिग्‍नाइट और चूना पत्‍थर राज्‍य की प्रमुख खनिज संपदा है। राज्‍य तैयार खालों और चमड़े का सामान, सूती धागे, चाय, कॉफी, मसाले, इंजीनियरिंग सामान, तंबाकू, हस्‍तशिप वस्‍तुएं और काले ग्रेनाइट पत्‍थर का प्रमुख निर्यातक है।

बुनाई करती महिला, मदुरै

तमिलनाडु में देश के 60 प्रतिशत चमड़ा शोधन कारखाने हैं। तमिलनाडु राज्य में स्थित शहर तिरुप्पुर, बुने हुए सूती वस्त्र के निर्माण का प्रमुख केंद्र बन गया है। चूना-पत्थर, बॉक्साइट, जिप्सम, लिग्नाइट, मैग्नेसाइट और लौह अयस्क महत्त्वपूर्ण खनिज हैं। कपास की ओटाई, कताई और बुनाई हमेशा से प्रमुख उद्योग रहे हैं।

औद्योगिक विकास

विकसित बंदरगाह सुविधाएँ और बिजली के प्रभावशाली उपयोग ने राज्य के औद्योगिक विकास को सहयोग दिया है। तमिलनाडु भारत के सर्वाधिक औद्योगिक विकास को सहयोग दिया है। तमिलनाडु भारत के सर्वाधिक औद्योगिक राज्यों में से एक है। वाहन, मोटर साइकिल, ट्रांसफार्मर, चीनी, कृषि उपकरण, उर्वरक, सीमेंट, काग़ज़, रसायन और विद्युत मोटर के उत्पादन से जुड़े उद्योग आते हैं। पेरंबूर स्थित रेलगाड़ी के डिब्बे बनाने का कारख़ाना एशिया के सबसे बड़े कारख़ानों में से एक है। चेन्नई के निकट आवडि में स्थित भारी वाहन के कारख़ाने में तोपों का निर्माण होता है। चेन्नई में एक तेल परिशोधनशाला और नेवेली में एक तापविद्युत संयंत्र है, ये दोनों सरकारी उपक्रम हैं। मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में केरल के बाद तमिलनाडु दूसरे स्थान पर आता है।

हस्तशिल्प

तमिलनाडु हस्तशिल्प कला में समृद्ध है, जिसमें हथकरघे का रेशम, धातु की मूर्तियाँ चमड़े का काम, क़लमकारी,[१] ताँबा, पीतल और काँसे की वस्तुएँ, लकड़ी का काम, ताड़पत्र का काम और बेंत का सामान प्रमुख है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हाथ से छपाई किए वस्त्र, जिनमें प्राकृतिक रंगों का उपयोग होता है

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