चित्र:Narada-Cursing-Nalakubara.png
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विवरण (Description) | नलकूबर को नारद मुनि अभिशाप देते हुए |
उपलब्ध (Available) | aaradhika.com |
अन्य विवरण | नलकूबर के बड़े भाई का नाम मणिग्रीव था। एक बार दोनों भाई स्त्रियों के साथ जल-क्रीड़ा कर रहे थे। मद्यपान के कारण इन्हें अपने वस्त्रों की भी सुधि नहीं थी। इतने में नारद को आता देखकर स्त्रियों ने तो वस्त्र पहन लिए पर नलकूबर और मणिग्रीव नशे के कारण निवर्सन ही खड़े रहे। इससे रुष्ट होकर नारद ने इन दोनों को सौ वर्षों तक वृक्ष योनि में रहने का शाप दे दिया। |
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फ़ाइल का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | प्रयोक्ता | टिप्पणी | |
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वर्तमान | ११:३२, १४ मई २०१६ | ६१० × ६३५ (७४१ KB) | प्रभा तिवारी (चर्चा | योगदान) |
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