चित्र:God-Vishnu.jpg
इस पूर्वावलोकन का आकार: ४१० × ५९९ पिक्सेल । अन्य resolutions:
| २,०९४ × ३,०५७ पिक्सेल ।
१६४ × २४० पिक्सेल
मूल फ़ाइल (२,०९४ × ३,०५७ चित्रतत्व, संचिका का आकार: २.९७ MB, माइम प्रकार: image/jpeg)
विवरण (Description) | भगवान विष्णु God Vishnu |
अन्य विवरण | सर्वव्यापक परमात्मा ही भगवान श्री विष्णु हैं। यह सम्पूर्ण विश्व भगवान विष्णु की शक्ति से ही संचालित है। वे निर्गुण भी हैं और सगुण भी। वे अपने चार हाथों में क्रमश: शंख, चक्र, गदा और पद्म धारण करते हैं। जो किरीट और कुण्डलों से विभूषित, पीताम्बरधारी, वनमाला तथा कौस्तुभमणि को धारण करने वाले, सुन्दर कमलों के समान नेत्र वाले भगवान श्री विष्णु का ध्यान करता है वह भव-बन्धन से मुक्त हो जाता है। |
फ़ाइल का इतिहास
फ़ाइल पुराने समय में कैसी दिखती थी यह जानने के लिए वांछित दिनांक/समय पर क्लिक करें।
दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | प्रयोक्ता | टिप्पणी | |
---|---|---|---|---|---|
वर्तमान | १५:४२, १९ मार्च २०१० | २,०९४ × ३,०५७ (२.९७ MB) | Maintenance script (चर्चा | योगदान) | Importing image file |
आप इस फ़ाइल को अधिलेखित नहीं कर सकते।
फ़ाइल का उपयोग
इस फ़ाइल का प्रयोग नीचे दिए गए 68 पन्नों पर हो रहा है:
- अच्युत (विष्णु)
- अजा एकादशी
- अधोक्षज
- अनन्त चतुर्दशी
- अवतार
- इन्द्रावरज
- उग्र (विष्णु)
- उपेन्द्र (विष्णु)
- कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 129
- कामिदा एकादशी
- कार्तिक स्नान
- कूर्म पुराण
- कैटभजित्
- गुप्तकालीन धार्मिक स्थिति
- चक्रपाणि
- चतुर्भुज
- जनार्दन
- जलशायिन्
- जिन (विष्णु)
- त्रिविक्रम
- दामोदर
- देवकीनन्दन (विष्णु)
- देवोत्थान एकादशी
- दैत्यारि
- नरकान्तक
- नारायण
- निर्जला एकादशी
- पद्मनाभ
- पापांकुशा एकादशी
- पीताम्बर (विष्णु)
- पुण्डरीकाक्ष
- पुराण
- पुराणपुरुष
- पुरुषोत्तम (विष्णु)
- बलिध्वंसिन्
- भगवत (विष्णु)
- भगवान
- भागवत पुराण
- मधुरिपु
- माधव (विष्णु)
- मुकुन्द
- मुरमर्दन (विष्णु)
- मोक्षदा एकादशी
- यज्ञपुरुष
- योगिनी एकादशी
- वनमालिन्
- वराह पुराण
- वासुदेव (विष्णु)
- विजया एकादशी
- विधु (विष्णु)
- विश्वरूप (विष्णु)
- विष्टरश्रवस्
- विष्णु-वन्दना
- विष्णु के अवतार
- विष्णु जी की आरती
- विष्णु पुराण
- विष्णु सहस्रनाम
- विष्वक्सेन
- वैकुण्ठ (विष्णु)
- वैदिक धर्म
- शर्व (विष्णु)
- शार्गिं
- शौरि
- श्रीपति
- श्रीवत्सलाञ्छन
- सत्यनारायण जी की आरती
- सफला एकादशी
- सुपर्ण (विष्णु)