अनन्वय:  

अनन्वयः [न. त.]

1. संबंध का अभाव
2. (सा. शा.) एक अलंकार जिसमें किसी वस्तु की तुलना उसी से की जाए और उसको ऐसा बेजोड़ सिद्ध किया जाए, जिसका कोई ओर उपमान ही न हो। [न. व.] अन्वयशून्य; संबंध रहित; अर्थालंकार जिसमें एक ही उपमान और एक ही उपमेय हो।[१]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 36 |

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